पटना: शिवम अपहरण मामले में एसएसपी मनु महाराज, सिटी एसपी जयंतकांत और उनकी टीम में शामिल पुलिसकर्मियों की रणनीति का असर था कि लड़के को मुक्त करा दिया गया. एसएसपी ने घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद जिस तरह से कार्रवाई शुरू कर दी और उनकी टीम में लगे सभी ने साथ दिया, यह बरामदगी उसी का परिणाम है.
अगर इसमें जरा-सी देरी या लापरवाही होती, तो शायद शिवम का मिलना मुश्किल हो जाता. आमतौर पर देरी होने के कारण ही अपहर्ता अपनी मंशा में सफल हो जाते हैं.
एसएसपी ने न तो पहले प्राथमिकी के लिए व्यवसायी मोहन कुमार खंडेलवाल को आवेदन देने को कहा और न ही रात खत्म होने का इंतजार किया. पहले शिवम की बरामदगी की गयी और उसके बाद कोतवाली थाने में प्राथमिकी की प्रक्रिया पूरी की गयी.