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मइया अगले बरस तू जल्दी आना… की कामना
आस्था. 11 िदनों का दशहरा पर्व संपन्न, देर रात तक चलता रहा प्रतिमाओं को विसर्जित करने का सिलसिला 391 पूजा समितियों में से 285 ने शाम सात बजे तक विसर्जित कीं प्रतिमाएं पटना : मां अगले बरस तू जल्दी आना… यही कामना करते हुए मां आदिशक्ति दुर्गा को शहरवासियों ने नम आंखों से विदाई दी. […]
आस्था. 11 िदनों का दशहरा पर्व संपन्न, देर रात तक चलता रहा प्रतिमाओं को विसर्जित करने का सिलसिला
391 पूजा समितियों में से 285 ने शाम सात बजे तक विसर्जित कीं प्रतिमाएं
पटना : मां अगले बरस तू जल्दी आना… यही कामना करते हुए मां आदिशक्ति दुर्गा को शहरवासियों ने नम आंखों से विदाई दी. प्रशासन के निर्देश के बाद विजयादशमी की शाम से ही मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन होना शुरू हुआ, जो देर रात तक जारी रहा. राजधानी में दीघा से लेकर पटना सिटी तक गंगा घाटों पर मां दुर्गा की प्रतिमाएं विसर्जित की गयीं.
बुधवार शाम सात बजे तक सदर अनुमंडल अंतर्गत 391 में से 285 पूजा समितियों ने विसर्जन कर दिया था. इसके साथ ही लगातार क्रम जारी था. सदर एसडीओ माधव कुमार सिंह ने बताया कि सभी पूजा समितियों ने रात 10 बजे के पहले प्रतिमाओं का विसर्जन करने के लिए कहा था और इसका पालन करते हुए अधिकांश ने प्रशासन को पूरा सहयोग दिया. जिला प्रशासन ने पूर्व में ही सभी पूजा समिति से बात कर सभी कार्यक्रम का समय निर्धारण कर रखा था. कई पूजा समितियों ने विसर्जन के लिए अगले दिन का निर्धारण किया था, लेकिन निर्देश के कारण विसर्जन का कार्यक्रम उन्हें भी मंगलवार को ही करना पड़ा.
ग्रामीण इलाकों में सांस्कृतिक कार्यक्रम के कारण मिली छूट
राजधानी से सटे ग्रामीण इलाकों में दुर्गा पूजा समितियों को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करने के कारण विसर्जन करने के लिए एक दिन की छूट मिली. परसा बाजार और फुलवारी इलाके में विजयादशमी की रात सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन तय था. लोगों और पूजा समितियों द्वारा शांतिपूर्वक आयोजन का वादा करने के बाद प्रशासन ने उन्हें बुधवार की सुबह को हर हाल में विसर्जन करने का निर्देश दिया. इसका पालन करते हुए ज्यादातर प्रतिमाएं सुबह ही जय माता दी के जयकारे के साथ विसर्जित की गयीं.
डबडबायी आंखों से खोइंछा अदला-बदली
पटना सिटी : विदाई बेला में बड़ी बहन श्री बड़ी देवी जी मारुफगंज व छोटी बहन महाराजगंज का मिलन व खोइंछा की अदला-बदली के मनोरम व अलौकिक दृश्य को देखने जुटे सैकड़ों श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गयीं. मंगलवार की रात को करतल ध्वनि,जुबान पर जय माता दी के जयघोष व वैदिक मंत्रोच्चार की गूंज से माहौल और भक्तिमय हो गया था.
वर्षों से चली आ रही पौराणिक व धार्मिक परंपरा के मुताबिक मिलन स्थल शेख बूचर की चौराहा पुरानी सिटी कोर्ट के पास छोटी बहन महाराजगंज बड़ी देवी अपनी बड़ी बहन श्रीश्री मारुफगंज की प्रतीक्षा कर रही थीं. ज्यों ही बड़ी बहन मारुफगंज की प्रतिमा पहुंची, त्यों ही मारुफगंज के पुजारी प्रवीण भटाचार्य, अलिप्तो साहा व अतानु साहा और महाराजगंज के पुजारी आचार्य रमाकांत मिश्र, निधि मिश्र व सिद्धि मिश्र ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दोनों भगवती की फूल माला व खोइंछा की अदला-बदली की. इसके बाद श्रीश्री बड़ी देवी जी मिलन समारोह समिति की ओर से पुरोहित संजय कुमार भट व मनोज कुमार भट ने भगवती की आरती उतारी. मौके पर समिति के प्रदीप कुमार, जगत किशोर प्रसाद,दीपक गुप्ता, राकेश कुमार सिन्हा रिंकू, दीपक, पंकज, मनोज व मनोहर समेत कई लोग सक्रिय थे.
आरती -पूजन व खोइंछा की अदला-बदली के उपरांत अगले वर्ष मैया फिर अइह की कामना लिए बड़ी बहन मारुफगंज की सवारी विसर्जन के लिए आगे की ओर बढ़ी. इसके बाद छोटी बहन महाराजगंज की सवारी, फिर दलहट्टा बड़ी देवी और नंदगोला बड़ी देवी की प्रतिमा का विसर्जन किया गया. मिलन के इस मनोरम दृश्य को देखने के लिए करीब बीस हजार से अधिक की भीड़ एकत्रित थी. विसर्जन के लिए निकली शोभायात्रा के आगे श्रद्धालु सड़क को पानी से साफ करते व पुष्पा की वर्षा करते हुए चल रहे थे. मिलन समारोह में मारुफगंज बड़ी देवी जी प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार, प्रधान सचिव भगवान दास यादव आदि उपस्थित थे.
पटना : असत्य पर सत्य की जीत के उद्घोष के साथ ही बुराइयों का प्रतीक रावण गांधी मैदान में धू-धू कर जला. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक गांधी मैदान में श्री दशहरा कमेटी ट्रस्ट द्वारा आयोजित रावणवध समारोह का दीप प्रज्जवलित कर तथा शांति का प्रतीक गुब्बारा उड़ा कर उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री शाम सवा चार बजे गांधी मैदान पहुंचे. मुख्यमंत्री का स्वागत श्री दशहरा कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष कमल नोपानी ने किया. मुख्यमंत्री की उपस्थिति में मेघनाद, कुंभकरण और रावण का दहन हुआ. असत्य पर सत्य की विजय, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण अपनी बुराईयों के साथ जल गया.
मुख्यमंत्री ने दशहरा पर्व के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी. लंका दहन के दौरान जमकर आतिशबाजी हुई. सीएम ने राम और लक्ष्मण जी की आरती उतारी. इस अवसर पर दशहरा कमेटी ट्रस्ट की ओर से मुख्यमंत्री को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. गांधी मैदान में कालीदास रंगालय से आयी राम, लक्ष्मण एवं हनुमान के साथ वानरों की टोली ने लंका दहन किया. लक्ष्मण ने मेघनाद का और श्री राम ने कुंभकरण एवं रावण का दहन किया. रावण का दहन होते ही पूरा गांधी मैदान हर्षोल्लास से झूम उठा. कलाकार राजाराम जी द्वारा रामायण का पाठ हुआ तथा उन्होने मर्योदा पुरूषोत्तम राम के चरित्र एवं महिमा का वर्णन किया.
रावणवध देखने के लिए उमड़ी भीड़
रावणवध देखने के लिए गांधी मैदान में जनसैलाब उमड़ पड़ा. रावणवध कार्यक्रम को देखने के लिए पटना के आसपास के गांवों से हजारों लोग गांधी मैदान पहुंचे. रावण दहन से पहले सीएम नीतीश कुमार ने गांधी मैदान का निरीक्षण किया था. सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों और कमेटी के सदस्यों से कहा था कि सभी काम तय समय पर करें, निरीक्षण के दौरान सीएम के साथ मुख्य सचिव, पटना एसएसपी, डीएम और कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे थे.
इकोफ्रेंडली आतिशबाजी से चमका मैदान
मेघनाद, कुंभकरण एवं रावण के दहन के बाद मैदान आतिशबाजी से चमक उठा. इस बार पूरी तरह इकोफ्रेंडली अातिशबाजी का नजारा था. कोलकाता से मंगाये गये स्पेशल पटाखे से धुआं कम हुआ और केवल चमकदार आतिशबाजी हुई, जिससे गांधी मैदान धुआं-धुआं होने से बचा.
इस अवसर पर बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री शिवचन्द्र राम सहित विधान सभा एवं विधान परिषद के कई सदस्यगण के अलावा कमिश्नर आनंद किशोर, डीएम संजय कुमार अग्रवाल, एसएसपी मनु महाराज, दशहरा कमेटी ट्रस्ट की मुख्य संरक्षक पूर्व सांसद मीना सिंह, सचिव अरूण कुमार, उपाध्यक्ष सुषमा साहु, राजेश बजाज आदि मौजूद थे.
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