पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने भले ही रजिस्ट्रेशन व परीक्षा फाॅर्म भरने में आधार नंबर देना अावश्यक कर दिया हो. लेकिन, आधार नंबर देना अब छात्रों के लिए संभव नहीं हो रहा है. पटना जिले की बात करें, तो 9वीं से 12वीं तक के एक लाख 54 हजार 412 छात्रों का आधार कार्ड […]
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने भले ही रजिस्ट्रेशन व परीक्षा फाॅर्म भरने में आधार नंबर देना अावश्यक कर दिया हो. लेकिन, आधार नंबर देना अब छात्रों के लिए संभव नहीं हो रहा है. पटना जिले की बात करें, तो 9वीं से 12वीं तक के एक लाख 54 हजार 412 छात्रों का आधार कार्ड बनाया जाना था. लेकिन, इसमें से मात्र 4181 का ही आधारकार्ड बन पाया.
लगभग एक लाख 50 हजार छात्र आधार कार्ड से वंचित रह गये. जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से हर स्कूलों में कैंप लगाया गया. कुल 214 स्कूलों को दो भागों में बांटा गया. पहले चरण में 107 और दूसरे चरण में 107 स्कूलों को रखा गया. पहला चरण 19 से 24 सितंबर तक चला. इस दौरान मात्र 2081 छात्रों का ही आधार कार्ड बन पाया. उसके बाद 26 सितंबर से 1 अक्तूबर तक दूसरा चरण चलाया गया. इस दौरान 2100 छात्रों का आधार कार्ड बन पाया.
शनिवार को आधार कार्ड कैंप का अंतिम दिन था. दशहरे की छुट्टी को लेकर अगले सप्ताह से स्कूल बंद हो जायेगा. 13 अक्तूबर को स्कूल खुलेगा. लेकिन, इसके तुरंत बाद परीक्षा समिति की ओर से पहले कंपार्टमेंटल और फिर 2017 के लिए रजिस्ट्रेशन का काम शुरू किया जायेगा. इससे स्कूलों में आधार कार्ड बनना अब संभव नहीं है. जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार अक्तूबर में 15 दिन ही स्कूल खुलेगा और फिर दीपावली और छठ को लेकर नवंबर में स्कूल बंद हो जायेंगे. इससे आधार कार्ड बनना अब संभव नहीं है.
जिला शिक्षा कार्यालय के डीपीओ डाॅ अशोक कुमार ने बताया कि आधार कार्ड बनानेवाली मशीनें अधिकांश स्कूलों में नहीं लग पायी. इस कारण कार्ड बनाने का काम नहीं हो पाया, जो एजेंसी मशीनें लगा रही थी, वो केवल 50 स्कूलों में ही आधार कार्ड मशीन लगा पायी. कई स्कूलों ने तो तैयारी भी की थी. लेकिन, मशीन नहीं लगने से आधार कार्ड नहीं बन पाया.