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बीटेक व एमटेक पास छात्र भी हाइ-प्लस टू में बनेंगे शिक्षक
गुड न्यूज. कोर्स में गणित रखनेवाले छात्र ही एसटीइटी में हो सकेंगे शामिल पटना : प्रदेश में अब बीएड ट्रेंड के साथ बीटेक और एमटेक पास स्टूडेंट्स भी शिक्षक बन सकेंगे. इससे पहले इन्हें शिक्षक बनने के लिए आयोजित होने वाले स्पेशल टीचर इलिजिब्लिटी टेस्ट (एसटीइटी) में शामिल होना होगा. दिसंबर महीने में होनेवाले एसटीइटी […]
गुड न्यूज. कोर्स में गणित रखनेवाले छात्र ही एसटीइटी में हो सकेंगे शामिल
पटना : प्रदेश में अब बीएड ट्रेंड के साथ बीटेक और एमटेक पास स्टूडेंट्स भी शिक्षक बन सकेंगे. इससे पहले इन्हें शिक्षक बनने के लिए आयोजित होने वाले स्पेशल टीचर इलिजिब्लिटी टेस्ट (एसटीइटी) में शामिल होना होगा.
दिसंबर महीने में होनेवाले एसटीइटी में बीएड प्रशिक्षित अभ्यर्थियों के साथ बीटेक और एमटेक किये अभ्यर्थी भी बैठ सकेंगे. टीइटी में उन्हीं बीटेक व एमटेक अभ्यर्थियों को बैठने का मौका मिलेगा, जिन्होंने अपने कोर्स में गणित विषय रखा होगा. इनकी हाइ और प्लस टू स्कूलों में गणित विषय में नियुक्ति होगी. शिक्षा विभाग से सहमति मिलने के बाद इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को भेज दिया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अक्तूबर में टीइटी-एसटीइटी के लिए आवेदन लेने का विज्ञापन निकाल देगी.
प्रदेश में हाइ व प्लस टू स्कूलों में गणित समेत साइंस विषय के शिक्षकों के रिक्त पदों को देखते हुए सरकार ने बीटेक और एमटेक पास अभ्यर्थियों को भी शिक्षक बनाने का फैसला लिया है. इसके लिए पहले ही बीटेक व एमटेक पास अभ्यर्थियों ने शिक्षा विभाग से अपील की थी कि उन्हें भी टीइटी में शामिल होने और स्कूलों में शिक्षक बनने का मौका दिया जाये. इसके बाद सरकार ने टीइटी में बीटेक व एमटेक पास अभ्यर्थियों को शामिल होने का मौका देने का फैसला किया है.
फिलहाल बीटेक-एमटेक के छात्र-छात्राओं के लिए बीएड की बाध्यता नहीं रखी जा सकती है, लेकिन हो सकता है कि भविष्य में उन्हें विभाग नियुक्ति के बाद एक समय सीमा के अंदर बीएड का प्रशिक्षण दिलवाया जाये. वर्तमान में गणित, अंगरेजी, विज्ञान, कॉमर्स समेत भाषा के शिक्षक नहीं मिल रहे हैं. इस वजह से अधिकतर पद रिक्त रह जा रहे हैं. सरकार ने जहां स्पेशल टीइटी लेने की तैयारी की थी, वहीं पटना हाइकोर्ट ने सरकार से टीइटी लेने का भी निर्देश दिया है. इसको लेकर बिहार बोर्ड ने एजेंसी के माध्यम से इसके आयोजन को लेकर टेंडर निकाला है.
छह साल बाद बिहार में होगा स्पेशल टीइटी
बिहार सरकार ने साल 2011 में पहली बार राज्य में टीइटी परीक्षा का आयोजन किया था. सरकार ने हर साल टीइटी लेने का एलान किया था, लेकिन नहीं हो सका. 2011 में प्रारंभिक (क्लास एक से आठ) स्कूलों के लिए क्लास एक से पांच के लिए और क्लास छह से आठ के लिए अलग-अलग टीइटी का आयोजन किया गया, जबकि हाइ व प्लस टू स्कूल के लिए स्पेशल टीइटी का आयोजन किया गया था. टीइटी-एसटीइटी पास इन्हीं अभ्यर्थियों की बहाली प्रक्रिया 2012 में प्राथमिक से लेकर प्लस टू स्कूल तक नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गयी, जो अब तक जारी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिसंबर, 2015 में ही शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में वैसे विषयों जिसमें अभ्यर्थी नहीं मिल रहे हैं, उसका स्पेशल टीइटी लेने के लिए निर्देश दिया था, लेकिन अब तक नहीं हो सका है. ऐसे में विभाग ने दिसंबर 2016 में इसकी संभावित तारीख तय की है. सूत्रों की मानें तो दिसंबर में परीक्षा का होना तय माना जा रहा है.
2012 से चल रही नियुक्ति प्रक्रिया में पद व बहाली
स्कूल कुल पद बहाल हुए रिक्तियां
प्रारंभिक स्कूल 1.70 लाख 83000 करीब 87,000
हाइ स्कूल 17,500 11000 करीब 6,500
प्लस टू स्कूल 17,583 5391 करीब 12,192
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