पटना : पटना स्थित आदर्श कारा बेऊर जेल में चौबीसों घंटे सर्विलांस सिस्टम लागू किए जाने के बाद बिहार सरकार की प्रदेश के बाकी 56 काराओं में आगामी नवंबर महीने से प्रीजन इंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग: प्रणाली लागू करने की तैयारी में लगी है. बिहार की काराओं में प्रीजन इआरपी सिस्टम को लागू करने को लेकर आज यहां आयोजित एक कार्यशाला को संबोधित करते हुए कारा महानिरीक्षक आनंद किशोर ने बताया कि बेऊर जेल को छोड़कर राज्य के 56 काराओं में आगामी नवंबर महीने से इस प्रणाली को लागू किया जायेगा. उन्होंने बताया कि प्रीजन इआरपी प्रणाली को लागू करने के लिए कंप्यूटर एवं हार्डवेयर की आपूर्ति कर दी गयी है और इसके लिए अन्य व्यवस्थायें आगामी 31 अक्तूबर तक पूरा कर लिया जायेगा.
बिहार की सभी जेलों में लगाया जायेगा
किशोर ने बताया कि सभी 56 काराओं में एक-एक कियोस्क की भी स्थापना की जायेगी जिसमें एनआइसी द्वारा विकसित ‘प्रीजन इन्फोलेट सिस्टम’ के माध्यम से कोई भी बंदी अपने संबंध में न्यायालय में अदालत की अगली तारीख, परिहार की विवरणी तथा अन्य प्रकार की जानकारियां टच स्क्रीन के माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि सभी कारा अधीक्षकों एवं सहायक कारा अधीक्षकों को मोबाइल एप भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है जिसके माध्यम से वे काराओं में प्रबंधन से संबंधित कई प्रकार के कार्य अपने मोबाइल से भी कर सकेंगे.
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर होगा लागू
किशोर ने बताया कि इसके लिए एनआइसी के पदाधिकारियों तथा कारा उप महानिरीक्षक शिवेन्द्र प्रियदर्शी को शीघ्र प्रस्ताव तैयार कर समर्पित करने का निर्देश दिया गया है. इस अवसर पर उपस्थित नई दिल्ली स्थित एनआइसी मुख्यालय से आये तकनीकी निदेशक शशिकांत शर्मा ने कहा कि बिहार देश के पहला राज्य है जहां प्रीजन इआरपी सिस्टम को लागू किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में आदर्श केंद्रीय कारा बेऊर में इसके पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया गया था.