Advertisement
नदी में डूबने से तीन बहनों की मौत
धनरूआ. आपस में चचेरी बहनों की मौत के गम में पूरा गांव शोक में डूबा स्कूल के बच्चों ने शोर मचा ग्रामीणों को दी सूचना मसौढ़ी : धनरूआ थाना के डम्मरबीगहा गांव स्थित कररूआ नदी में शुक्रवार की सुबह गांव की ही तीन किशोरियों की डूबने से मौत हो गयी. बाद में ग्रामीणों के अथक […]
धनरूआ. आपस में चचेरी बहनों की मौत के गम में पूरा गांव शोक में डूबा
स्कूल के बच्चों ने शोर मचा ग्रामीणों को दी सूचना
मसौढ़ी : धनरूआ थाना के डम्मरबीगहा गांव स्थित कररूआ नदी में शुक्रवार की सुबह गांव की ही तीन किशोरियों की डूबने से मौत हो गयी. बाद में ग्रामीणों के अथक प्रयास से तीनों को बाहर निकाला गया और आनन- फानन में धनरूआ स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया .बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने कागजी कार्रवाई पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया. इधर, जैसे ही यह खबर इनके घर पहुंची, गांव से सैकड़ों महिलाएं पुलिस अस्पताल पहुंच गयीं.परिजनों का रो रोकर हाल बेहाल था.
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह गांव के राजा गोप की पुत्री मनिता कुमारी (12 ), शंभु प्रसाद की पुत्री निशु कुमारी (10 ) व पप्पू कुमार की पुत्री प्रीति कुमारी (13 ) जो आपस में चचेरी बहनें थीं, गांव स्थित कररूआ नदी के तट पर पानी देखने के ख्याल से गयी थीं.
वहां पहले से ही गांव के कुछ महिला -पुरुष और बच्चे भी मौजूद थे. तीनों चचेरी बहनें आपस में बैठ कर नदी किनारे बातचीत करने लगीं. इसी बीच प्रीति का पैर फिसला और उसे बचाने के चक्कर में दोनों नदी के गहरे पानी में समां गयीं . तीनों को डूबते देख पास के स्कूल के बच्चों शोर मचा कर सूचना ग्रामीणों को दी. वहां मौजूद कुछ ग्रामीणों ने नदी में छलांग लगा कर तीनों की तलाश शुरू कर दी .बाद में काफी मशक्कत के बाद एक -एक कर तीनों को बाहर निकाला गया और धनरूआ पीएचसी में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया. बाद में मौके पर पहुंची धनरूआ पुलिस ने तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया.
नदी में डूबने से हुई तीन किशोरियों की मौत के गम में पूरा गांव डूबा रहा. गांव के अधिकतर पुरुष सदस्य तो शव के साथ पटना चले गये , लेकिन अधिकतर महिला सदस्य जो खबर सुन अस्पताल पहुंच गयी थीं बाद में निजी वाहनों से घर गयीं .शुक्रवार को पूरे गांव के किसी घर में चूल्हा नहीं जला .शाम तक सभी मृतक के घर पर उनके परिजनों को ढ़ाढ़स बधाते रहे .
वहां नदी में स्नान कर रहे गांव के ही किशोर जगन कुमार ने बताया कि प्रीति को एक तरफ से निशु व दूसरी ओर से मनिता पकडी हुई थी. इसी दौरान तीनों बीच नदी में गहरे पानी में चली गयीं डूबने से बचने के लिए दोनों ने दो तरफ से प्रीति को पकड़ लिया जिससे उन दोनों के साथ प्रीति भी नदी में डूब गयी. …मामू के कहनवां न काहे मानलें गे बेटी
डमर बिगहा गांव निवासी पप्पू प्रसाद की 13 वर्षीया पुत्री प्रीति पढ़ने- लिखने में काफी होनहार थी. सातवीं कक्षा में पढ़नेवाली प्रीति अपने हमउम्र की सभी छात्राओं से पढ़ाई में अव्वल थ.
वह धनरूआ के पभेड़ी मोड़ स्थित अपने शिक्षक मामा के घर रह कर पढ़ती थी इधर दस दिनों से घर आयी हुई थी. वह कर्मा पूजा के बाद अपने मामा के पास जानेवाली थी, लेकिन घरवालों ने उसे यह कह कर रोक लिया कि जिउतिया पर्व के बाद चली जायेगी . इधर शुक्रवार की सुबह प्रीति के मामा ने फोन कर उसे पभेड़ी आने को कहा था लेकिन प्रीति ने जाने से इनकार कर दिया. इस दौरान रोते -बिलखते उसकी मां बार-बार यही कह रही थी .. मामू के कहनवां न काहे मानलें गें बेटी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement