बिहटा : मेन रोड हो या लिंक रोड बिहटा के किसी रोड से गुजरने वाले लोगों को रोड पर बिखरे बालू का शिकार होना ही पड़ता है. रोड पर भारी मात्रा में बालू का बिखराव होने से हाल ही में बने कई सड़कों का हाल खस्ता हो गया है. पटना को शाहाबाद से जोड़ने वाली लाइफ लाइन एनएच 30 से प्रतिदिन ओवर लोड बिना ढके बालू लदे सैकड़ों ट्रैक्टर व ट्रकों का परिचालन धड़ल्ले से जारी है.
इन वाहनों से गिरता बालू का बिखराव पूरे सड़क पर मुसीबत का सबब बन गया है. वहीं बालू के कारण सड़क दुर्घटना आम बात हो गयी है. अब तक इस बालू की वजह से कई लोग दुर्घटनाग्रस्त हो गये हैं. लेकिन इतना कुछ हो जाने के बाद भी सरकार से लेकर स्थानीय प्रशासन व माइनिंग विभाग, कान में तेल डाल कर सो रही है. बालू के ओवर लोड गाड़ियों की वजह से सोन तटीय क्षेत्र के आसपास के हाल ही में बने करीब सभी रास्ते बरबाद हो चुके हैं. आलम यह है कि उस गांवों में स्कूल बस,ऑटो, एंबुलेंस आदि वाहन आना जाना छोड़ दिये हैं, लेकिन बालू की न तो अवैध खनन पर अंकुश लगा है ना ही ओवर लोडिंग बिना ढके बालू की गाड़ियों पर.
इस संबंध में क्या है न्यायालय का आदेश
इस संबंध में माननीय न्यायालय का आदेश है कि कोई भी वाहन ओवर लोड बालू लेकर रोड पर नहीं जायेगा. साथ ही बालू की ढुलाई तिरपाल से ढक कर करनी होगी. साथ ही अनलोडिंग करने के बाद वाहन को साफ कर वापस सड़क पर आना है, लेकिन बिहटा में इस आदेश का कोई अमल नहीं दिख रहा है. ट्रक व ट्रैक्टर से बिना ढके ओवर लोड बालू की धुलाई आराम से करते हैं.
मामले में खनन विभाग कुछ कहने से बच रहा है
सीओ ने बताया कि मंजूरी मिली हुई बालू घाटों के एरिया का खनन विभाग की ओर से डिमार्केशन नहीं किया गया है, जिससे अवैध खनन का पता ही नहीं चलता है.
ओवर लोड बालू को बिना तिरपाल से ढके गाड़ियों को थाने के सहयोग से चेकिंग अभियान चला कर सख्त कार्रवाई की जायेगी. वैसे ओवर लोडिंग चेक करने का काम मुख्य रूप से माइनिंग और डीटीओ का है.
रघुवीर प्रसाद सीओ, बिहटा