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पुनपुन डेंजर लेवल से 204 सेंटी मीटर ऊपर
पटना : गंगा और सोन से तो पटना-मसौढ़ी और फतुहा का खतरा टल गया, किंतु लगातार हो रही बारिश के कारण पुनपुन का जल स्तर बढ़ता जा रहा है. सात दिनों में पुनपुन नदी डेंजर-लेवल से 204 सेंटी मीटर ऊपर आ गयी है. पानी का दवाब इस कदर बढ़ा कि बाधपुर गांव में पुनपुन पर […]
पटना : गंगा और सोन से तो पटना-मसौढ़ी और फतुहा का खतरा टल गया, किंतु लगातार हो रही बारिश के कारण पुनपुन का जल स्तर बढ़ता जा रहा है. सात दिनों में पुनपुन नदी डेंजर-लेवल से 204 सेंटी मीटर ऊपर आ गयी है.
पानी का दवाब इस कदर बढ़ा कि बाधपुर गांव में पुनपुन पर बना बांध लिकेज कर गया. बांध के आस-पास की मिट्टी भी खिसक गयी. बाढ़ नियंत्रण सुरक्षा टीम के अभियंता-कर्मचारियों को पुनपुन तटबंध की निगरानी में तैनात कर दिया गया है. पुनपुन की बाढ़ से पटना सहित आस-पास के क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए 1982 में फतुहा- से- खजरी तक 35 किलो मीटर की लंबाई में बांध का निर्माण हुआ था. बांध की नियमित मॉनीटरिंग न होने के कारण समय-समय पर इससे लिकेज का संकट उत्पन्न होता रहा है. 13 सितंबर को बाघपुर गांव में भी बांध लिक कर गया. वहां बांध के ज्वाइंट पाइप से पानी लिक कर गया.
पाइप लिकेज के कारण बाघपुर के आस-पास मिट्टी क्षरण भी होने लगा. बाघपुर के ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. जल संसाधन विभाग के बाढ़ नियंत्रण कोषांग को जब इसकी सूचना मिली, तो फौरन पाइप लिकेज और मिट्टी क्षरण रोकने का काम शुरू हुआ. बाढ़ नियंत्रण टीम के अभियंताओं को पाइप लिकेज बंद करने में सात घंटे लग गये.
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