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शराब हर तरह से इनसान को पहुंचाती है नुकसान

प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉक्टरों ने व्यक्त की राय पटना : विशेषज्ञ चिकित्सकों ने कहा कि शराब सभी तरह से इनसान को नुकसान पहुंचाती है. इससे सेहत को नुकसान तो होता ही है साथ ही सामाजिक रूप से भी इसका नुकसान होता है. ग्रामीण चिकित्सकों के एक दिवसीय प्रशिक्षण में विशेषज्ञों ने जानकारी दी कि इस […]

प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉक्टरों ने व्यक्त की राय
पटना : विशेषज्ञ चिकित्सकों ने कहा कि शराब सभी तरह से इनसान को नुकसान पहुंचाती है. इससे सेहत को नुकसान तो होता ही है साथ ही सामाजिक रूप से भी इसका नुकसान होता है. ग्रामीण चिकित्सकों के एक दिवसीय प्रशिक्षण में विशेषज्ञों ने जानकारी दी कि इस तरह के मरीजों की पहचान कर उच्चतर इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में रेफर कर देना चाहिए. श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में ग्रामीण चिकित्सकों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एम्स नयी दिल्ली के न्यूरोलाजी विशेषज्ञ डॉ विनय गोयल ने बताया कि शराब से मस्तिष्क के साथ स्पाइनल कॉर्ड भी प्रभावित होता है.
लंबे समय तक शराब पीने के बाद शराब छोड़ने पर जान जाने का खतरा रहता है.हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ बीपी सिंह ने बताया कि शराब हर्ट की सुरक्षा नहीं करता है.कि दो पैग पीने से हर्ट ठीक रहता है. उन्होंने बताया कि शराब पीने से हर्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है. लकवा और उच्च रक्तचाप की शिकायत होती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राज्य में की गयी शराबबंदी से मेडिकल साइंस में भी क्रांति ला दिया है. लीवर रोग विशेषज्ञ डॉ संदीप झा ने बताया कि शराब पीनेवाले व्यक्ति के खाने की नली, आंत का कैंसर और लीवर सिरिसिस होने का खतरा रहता है.
लीवर सिरोसिस होने के बाद लीवर बदलना बहुत ही महंगा है. जिस तरह से लोगों का शराबबंदी पर समर्थन मिल रहा है उससे पूर्ण शराबबंदी लागू होगी. नेत्र रोग विशेषज्ञ व कार्यक्रम के तानाबाना तैयार करनेवाले डॉ सुनील कुमार ने बताया कि शराब व देसी शराब पीने से दूसरी तरह की बीमारियों का खतरा अधिक रहता है. शराब पीनेवालों को डाइबिटिज हो जाता है. डाइबिटिज के कारण कई तरह की जटिल बीमारियां होती है. इसमें अंधापन और मोतियाबिंद होता है. अचानक आंखों की रोशनी जाने का खतरा भी होता है. ट्रामा विशेषज्ञ डॉ बैद्यनाथ ने बताया कि शराबबंदी होने से हत्या व घरेलू हिंसा में 27 फीसदी की कमी आयी है.
उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटना में 33 फीसदी की कमी आयी है. आरपी सेंटर, के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ राज वर्धन आजाद ने बताया कि ग्रामीण चिकित्सक शराबबंदी मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य का नुकसान तो होता ही है पर इससे सामाजिक नुकसान भी होता है. उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का आंकड़ा है कि हर घंटे शराब के कारण 16 लोगों की मौत हो रही है. भारत में 30 फीसदी लोग शराब पीते हैं.इसमें से 4-13 प्रतिशत लोग अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते है जिसमें से आधे लोगों की मौत हो जाती है.

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