पटना : फुलवारीशरीफ के विशाल नगर स्थित डॉ राधेश्याम शर्मा के घर 25 जनवरी को हुए भीषण डकैती मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. कांड का साजिशकर्ता उनके घर का पूर्व नौकर शंकर निकला. शंकर ने ही घर की सारी जानकारी बरखास्त सिपाही अशोक शर्मा को दी. इसके बाद अशोक शर्मा जाइलो गाड़ी से अपने साथियों के साथ पहुंचा और घटना को अंजाम देने के बाद लूट का माल लेकर उसी गाड़ी से वापस हजारीबाग लौट गया. पुलिस ने शंकर (चनरिया, घोषी, जहानाबाद) व अशोक शर्मा उर्फ निवास शर्मा उर्फ सिपाही (चनरिया, घोषी, जहानाबाद)को पकड़ लिया है. इन दोनों को पुलिस ने जेल भेज दिया है.
इनके पास से लूटी गयी ब्रीफकेश, कपड़ा, साड़ी व नौकर शंकर की खून लगी कमीज भी बरामद की गयी है. शंकर सात साल से डा राधेश्याम शर्मा के घर में नौकर का काम करता था, लेकिन एक साल पूर्व ही उसने काम छोड़ दिया था. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि दोनों को जेल भेज दिया गया है.
हाजीपुर का है चंदन : सोहेल सिंगोरा के अपहरण मामले में पुलिस हाजीपुर के जिस चंदन सोनार को खोज रही है, उसकी अशोक शर्मा से काफी अच्छी दोस्ती है. ये दोनों बिहार व झारखंड में काफी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. इससे यह उम्मीद जतायी जा रही है कि अशोक शर्मा भी इस कांड में शामिल हो सकता है. रांची के प्रसिद्ध स्वीट्स व्यवसायी के बेटे लव भाटिया के अपहरण में भी इसकी संलिप्तता की आशंका है. बिहार पुलिस जल्द ही इस मामले में अशोक शर्मा को रिमांड पर लेगी.
कैसे पकड़ा गया : डकैती मामले में अनुसंधान के दोरान पुलिस को सबसे पहले नौकर शंकर उर्फ शंकरवा पर ही गया. कड़ाई से पूछताछ की गयी, तो उसने सारी जानकारी दे दी. इसके बाद पुलिस ने हजारीबाग से शनिवार की रात अशोक को पकड़ लिया.