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सड़कों की मरम्मत के लिए केंद्र से मांगे 400 करोड़
पटना. बाढ़ और गंगा, गंडक, कोसी, सोन और बूढ़ी गंडक के जलजमाव में बरबाद हुई, सड़कों की मरम्मत और पुनर्निर्माण कराने के लिए पथ निर्माण विभाग ने केंद्र से 400 करोड़ रुपये मांगे हैं. पथ निर्माण विभाग ने बाढ़ में बरबाद हुई सड़कों के ब्योरा के साथ केंद्रीय आपदा प्रबंधन व सड़क मंत्रालय को मांग […]
पटना. बाढ़ और गंगा, गंडक, कोसी, सोन और बूढ़ी गंडक के जलजमाव में बरबाद हुई, सड़कों की मरम्मत और पुनर्निर्माण कराने के लिए पथ निर्माण विभाग ने केंद्र से 400 करोड़ रुपये मांगे हैं.
पथ निर्माण विभाग ने बाढ़ में बरबाद हुई सड़कों के ब्योरा के साथ केंद्रीय आपदा प्रबंधन व सड़क मंत्रालय को मांग पत्र भेजा है. इस बीच शनिवार को उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बाढ़ व जलजमाव में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की समीक्षा करेंगे. विभाग ने सभी प्रमंडलों के अधीक्षण अभियंता व अधिकारियों को कल की समीक्षा बैठक में उपस्थित रहने का निर्देश जारी किया है. उपमुख्यमंत्री कल की बैठक में बिहार में बन रही महत्वपूर्ण सड़क व पुलों के निर्माण की स्थिति की भी समीक्षा करेंगे.
2029 गांवों में ब्लीचिंग का छिड़काव शुरू
पटना. बाढ़ का पानी उतरने के साथ ही महामारी की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी कर ली है. राज्य के जिन जिलों के पंचायत व गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश किया था अब उन सभी गांवों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव अभियान चलाकर महामारी से बचाव का प्रयास किया जा रहा है.
इसके लिए सभी बाढ़ प्रभावित जिलों को निर्देश जारी किया गया है. राज्य के दर्जन भर जिलों के 70 प्रखंड बाढ़ की चपेट में आये हैं. इन प्रखंडों के 580 पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था, जिसके कारण 2029 गांव सप्ताह तक जलमग्न होकर रहे. लोगों को गांव छोड़ना पड़ा. बाढ़ के कारण 37.70 लाख की आबादी प्रभावित हुई है. सरकार की ओर से बनाये गये राहत शिविरों में करीब चार लाख लोगों को शरण लेना पड़ा.
2173 गांवों में अब भी बाढ़
पटना. 12 जिलों में बाढ़ का असर अब भी बना हुआ है. बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार जिलों की 613 पंचायतों के 2173 गांव में लोग बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है. इन जिलों की 41.40 लाख की आबादी पर इसका असर पड़ा है.
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