Advertisement
सिटी को स्मार्ट बनाने के लिए अंतिम मौका
अभियान. माननीयों ने रखी राय, कुछ विषय पर बोले और कुछ दायरे से बाहर निकले स्मार्ट सिटी कार्यक्रम आयोजन में वार्ड पार्षदों के अलावा स्थानीय विधायकों ने अपने सुझाव दिये. निगम प्रशासन की ओर से पार्षदों के सुझाव लिये गये. वहीं पार्षदों की ओर से पूछे गये सवाल का जवाब दिया गया. हालांकि, पार्षदों की […]
अभियान. माननीयों ने रखी राय, कुछ विषय पर बोले और कुछ दायरे से बाहर निकले
स्मार्ट सिटी कार्यक्रम आयोजन में वार्ड पार्षदों के अलावा स्थानीय विधायकों ने अपने सुझाव दिये. निगम प्रशासन की ओर से पार्षदों के सुझाव लिये गये. वहीं पार्षदों की ओर से पूछे गये सवाल का जवाब दिया गया. हालांकि, पार्षदों की उपस्थिति 29 में से मात्र 20 ही थी. लेकिन, सभी ने क्रमवार अपना सवाल उठाये.
पटना : स्मार्ट सिटी पर पार्षदों की राय लेने के लिए सोमवार को नूतन राजधानी अंचल के पार्षदों के साथ आवास बोर्ड सभागार में बैठक हुई. आयोजन में स्मार्ट सिटी पर अपनी राय देने के लिए नूतन राजधानी के 29 पार्षदों में से 20 पार्षद पहुंचे थे.
इसके अलावा बांकीपुर विधायक नितिन नवीन, दीघा विधायक संजीव चौरसिया, फुलवारीशरीफ विधायक व पूर्व मंत्री श्याम रजक ने भी कार्यक्रम में भाग लिया. निगम प्रशासन की ओर से नगर आयुक्त अभिषेक सिंह, स्मार्ट सिटी के नोडल पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के अलावा स्मार्ट सिटी का ड्राफ्ट प्लान तैयार करने वाली एजेंसी के प्रतिनिधि मौजूद थे. कार्यक्रम मेयर अफजल इमाम की अगुआई में आयोजित की गयी थी.
मौके पर उपमहापौर अमरावती देवी भी मौजूद थीं. कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए नगर आयुक्त पहले सभी को साफ तौर पर कहा कि पटना को स्मार्ट सिटी में शामिल होने के लिए वाइड कार्ड से इंट्री मिली है. यह हमारे लिए अंतिम मौका है. जो सभी के सुझाव के आधार पर ही तय होगा, इसलिए सभी को अपना खुल कर सहयोग देना होगा. इस बार हमें किसी कीमत पर नहीं चूकना है.
बाइपास या दीघा क्षेत्र में बसेगा नया पटना : कार्यक्रम के आयोजन की शुरुआत में सबसे पहले ड्राफ्ट तैयार वाली कंपनी ने स्मार्ट सिटी के बारे में पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन दिया. एक्सपर्ट ने स्मार्ट सिटी के प्रारूप को पूरी बारीकी के साथ बताया. सबसे पहले बेस एरिया मैनेजमेंट में पांच सौ एकड़ के रेट्रो फिटिंग के लिए प्रारंभिक रूप से चयनित पटना जंकशन से गांधी मैदान आैर कंकड़बाग क्षेत्र का चयन किया गया है. इसके अलावा रि-डेवलपमेंट के लिए गर्दनीबाग और पाटलिपुत्रा औद्योगिक क्षेत्र का चयन किया गया है. वहीं, इस बैठक में 250 एकड़ में ग्रीन फिल्ड क्षेत्र के लिए नया पटना बसाने की बात हुई.
इसमें कंपनी के एक्सपर्ट ने बताया कि इसमें प्रारंभिक रूप से शहर से लगे बाइपास से सटे क्षेत्र और दीघा क्षेत्र को चयनित होने की बात कही गयी. इसके अलावा पैन सिटी पर सभी पार्षदों और विधायकों ने अपने-अपने अनुसार बात दो प्वाइंटों को चयन करने की बात कही. गौरतलब है कि पैन सिटी में पूरे शहर के लिये हाइटेक रुप से ट्रैफिक, ठोस कचरा प्रबंधन, पेय जल, स्टाॅम वाटर मैनेजमेंट, बिजली आपूर्ति, और इ- गर्वनेंस में से किसी दो का चुनाव किया जाना है.
वार्ड >>1 : संजय कुमार
– पटना को स्मार्ट बनाने के लिए आप के पास क्या फाॅर्मेट है. क्या पूरे शहर को स्मार्ट बनाया जायेगा.
जवाब : केंद्र सरकार ने जो स्मार्ट सिटी का खाका भेजा है हम लोगों को उसी के साथ प्रोपोजल तैयार करना है. अभी बेस एरिया में तीन तरह के क्षेत्र लिये जाने हैं.
वार्ड >>2 : दीपक चाैरसिया
– क्या बगैर मास्टर प्लान पास किये, स्मार्ट सिटी को लागू किया जा सकता है. शहर में जलजमाव का वाटर लेवल तय नहीं है. इससे जल-जमाव की समस्या होती है.
जवाब :मास्टर प्लान से स्मार्ट सिटी का कोई मतलब नहीं है.
अाभा लता :
– स्मार्ट सिटी पर हम लोगों को मिल कर काम करना है. पैन सिटी के छह सुझाव में जलजमाव के लिए स्टार्म वाटर मैनेजमेंंट और पेयजल की सुविधा सबसे जरूरी है.
जवाब :आप के सुझाव को नोट किया जा रहा है.
वार्ड >>22 : संजीव कुमार
– शहर को स्मार्ट सिटी बनाने से पहले नगर निगम को स्मार्ट और क्षमतावान बनाना जरूरी है, तभी बात बनेगी.
जवाब :सरकार की ओर से नगर निगम पुनर्गठन का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है.
वार्ड >>28 : विनय कु. पप्पू
– निगम के पास मैनपावर की भारी कमी है. निगम के एक-एक अभियंता पर 20-20 वार्डों का भार है. एेसे में कैसे काम चलेगा.
जवाब :निगम में संसाधनों और मैनपावर बढ़ाने के लिए निगम व सरकार द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं.
इसके अलावा वार्ड पार्षद पिंकी कुमारी, मुकेश कुमार, अशोक कुमार, रीना देवी, बालेश्वर सिंह सहित सभी मौजूद पार्षदों ने अपने विचार रखे.
श्याम रजक >> डोर-टू-डोर कैंपेन कर आम लोगों को करें शामिल : हमें डोर-टू-डोर कैंपेन कर आम लोगों को इस मुहिम में शामिल करना होगा. भगवान बुद्ध ने कहा कि इस शहर को आग और पानी से बचाना होगा. हमें पेयजल और जलजमाव की व्यवस्था ठीक करनी होगी. लेकिन, इससे पहले इ-गवर्नेंस की सुविधा बेहतर करनी होगी.
संजीव चौरसिया >> राजीव नगर को अधिग्रहण मुक्त ग्रीन फिल्ड एरिया बनाया जाये : विधायक संजीव चौरसिया ने कहा कि बेस एरिया डेवलपमेंट में एक बात 250 एकड़ में ग्रीन फिल्ड डेवलपमेंट की बात कही गयी है. इसमें नया शहर बसाया जाना है. सरकार के पास दीघा और राजीव नगर का क्षेत्र इसका बेहतर विकल्प हो सकता है. सरकार को क्षेत्र अधिग्रहण मुक्त कर ग्रीन फिल्ड विकसित करना चाहिए.
स्मार्ट सिटी के लिए 100 में से 60 अंक बहुत जरूरी
पटना. शहर को स्मार्ट सिटी की कतार में खड़ा करने के लिए 100 अंक निर्धारित किया गया है. नगर आयुक्त अभिषेक सिंह ने बताया कि शहर को कम से कम 60 अंक आना जरूरी हैं. हम लोगों की प्रतियोगिता बेंगलुरु, ईटानगर, एजोल से है. फिलहाल हम लोग आगे चल रहे हैं. इसमें सबसे पहले ड्राफ्ट प्रपोजल बनाया जाना है, जो सितंबर के अंत तक तैयार होगा. स्मार्ट सिटी में केवल केंद्र और राज्य से एक हजार करोड़ के अलावा पीपीपी मोड व निजी भागीदारी से भी प्रोजेक्ट लाया जाना है. एक बार एक क्षेत्र का चुनाव होगा, तो वह पूरे शहर के लिए उदाहरण होगा.
आमसभा में पंद्रह योजनाएं पारित
पटना. वार्ड चार में सोमवार को वार्ड सभा हुई. पार्षद आभा लता की अध्यक्षता में सौ से अधिक लोग मौजूद थे. कुल 15 योजनाएं पारित की गयीं. इसमें पक्की नली और गली के निर्माण का निर्णय लिया गया. आभा लता ने कहा कि सरकार की योजनाएं नगर निगम के माध्यम से पूरी की जा रही हैं. मंगलवार को रिपोर्ट निगम मुख्यालय में भेज दिया जायेगा.
नितिन नवीन >> ग्रेटर पटना बसाने पर हो बात : स्मार्ट सिटी के तहत शहर में विकास किया जाना है. इससे सुविधा विस्तार होगी. लेकिन, शहर के भीतर निर्माण को गिरा कर नया बनाना काफी चुनौतीपूर्ण है. हम लोगों को शहर के सटे नया पटना बसाने पर विचार करना चाहिए. पैन सिटी मेें पेयजल की व्यवस्था जरूरी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement