35.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बाढ़ से ग्रामीण कार्य विभाग को 50 करोड़ की लग सकती है चपत

पटना : बाढ़ से राज्य के एक दर्जन जिलों में भारी तबाही हुई है. आधारभूत संरचना खासकर सड़कों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. बाढ़ से ग्रामीण सड़कों को भी जबरदस्त नुकसान हुआ है. एक मोटे अनुमान के अनुसार ग्रामीण सड़कों के क्षतिग्रस्त होने तथा टूटने की वजह से 50 करोड़ तक का नुकसान हो […]

पटना : बाढ़ से राज्य के एक दर्जन जिलों में भारी तबाही हुई है. आधारभूत संरचना खासकर सड़कों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. बाढ़ से ग्रामीण सड़कों को भी जबरदस्त नुकसान हुआ है. एक मोटे अनुमान के अनुसार ग्रामीण सड़कों के क्षतिग्रस्त होने तथा टूटने की वजह से 50 करोड़ तक का नुकसान हो सकता है.

हालांकि पानी उतरने के बाद ही क्षति का सही आकलन हो पायेगा. विभागीय अधिकारियों के अनुसार जिस तरह की बाढ़ आयी हुई है उससे ग्रामीण सड़कों को काफी नुकसान पहुंचा है. बाढ़ के कारण न सिर्फ बाढ़ प्रभावित जिले बल्कि बाढ़ के कारण यातायात प्रभावित होने से अन्य जिलों में भी सड़क निर्माण पर प्रभाव पड़ा है. अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक आकलन के अनुसार करीब 50 करोड़ का नुकसान हो सकता है . ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने अभियंताओं को निर्देश दे रखा है कि पानी उतरने के साथ ही सड़कों का सर्वे कर क्षति का आकलन करे.

बताया जाता है कि क्षति के आकलन के बाद सड़क मरम्मत के लिए आपदा प्रबंधन से राशि की मांग की जायेगी ताकि जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत कर यातायात को चालू किया जा सके.
जल शुिद्ध के लिए बांटा जा रहा हैलोजन टेबलेट
राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्राें में जल की शुद्धता के लिए ब्लीचिंग पाउडर और हेलोजन टेबलेट बांटा जा रहा है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बने राहत शिविरों में रह रहे पीड़ितों को पेयजल व स्वच्छता को लेकर कंफेड द्वारा पानी का पाउच उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही अस्थायी शौचालय का निर्माण हुआ है. राहत शिविरों के साथ ऊंचे जगह पर रहनेवाले लोगों के लिए नये चापाकल गाड़ने का काम हुआ. पीएचइडी विभाग की ओर से 158 नये जगहों पर चापाकल गाड़ा गया. इसके अलावा 355 बंद पड़े चापाकल को मरम्मत कर चालू किया गया. मिली जानकारी के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे जगहों पर जहां अभी भी लोग शरण लिए हुए हैं. वहां नाव के सहारे मोबाइल जल दूत भेज कर पानी को शुद्ध कर लोगों को पानी पहुंचाया जा रहा है. विभाग द्वारा विभिन्न राहत शिविरों में भेजे गये 150 पानी टैंकर में हर समय पानी उपलब्ध की व्यवस्था की जा रही है. प्रभावित क्षेत्रों में बने राहत शिविरों में स्वच्छता के लिए 353 नये अस्थायी शौचालय बनाये गये. स्कूलों के अलावा जहां राहत शिविर बनाये गये हैं चापाकल पर विशेष ध्यान देने के लिए मोबाइल गैंग कार्यरत है.
विभाग द्वारा पटना,बख्तियारपुर,गया , मनेर,भागलपुर व सहरसा में मोबाइल जलदूत काम कर रहा है. कंफेड द्वारा उपलब्ध कराये गये पानी पाउच शिविरों में बांटे गये.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें