गोपालगंज शराब कांड : विपक्ष ने कहा – राज्य सरकार दबा रही है मामला, सत्ता पक्ष ने कहा – सब पारदर्शी, सरकार कर रही कठोर कार्रवाई
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि सरकार ने जिस तरह से प्रदेश की अन्य छह जगहों पर जहरीली शराब से 25 से ज्यादा लोगों की हुई मौत के सच को छुपा लिया था उसी तरह से गोपालगंज के मामले भी सरकार की पूरी कोशिश थी कि सच को दबा दिया जाये.
सरकार यही बताने में लगी थी कि सल्फास की गोली खाने और दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई है. क्या मुख्यमंत्री सच छुपाने में लगे लोगों पर भी कार्रवाई करेंगे. श्री मोदी ने कहा कि कल तक गोपालगंज के सच को झुठलाने में लगी सरकार का दावा है कि वहां शराबबंदी के बाद 667 छापेमारियां की गयीं तो फिर थाने से महज एक किमी की दूरी पर खजूरबानी कैसे बच गयी. इसके पहले वे शुक्रवार को गोपालगंज स्थित नगर थाने के हरखुआ में रामजी शर्मा के घर पहुंचे और परिजनों से मिले.
गोपालगंज के डीएम व एसपी को निलंबित करें
पटना. गोपालगंज का जायजा लेकर लौटे माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि नीतीश कांड के पीछे शराबबंदी पर लाया गया काला कानून है. जिला प्रशासन इसके लिए पूरी तरह दोषी है. उन्होंने कहा कि इसके लिए वहां के डीएम व एसपी को निलंबित किया जाये. उधर माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि गोपालगंज जहरीली शराब-कांड की उच्चस्तरीय जांच हो.
नीतीश सरकार मौत की सौदागर : वृशिण पटेल
पटना. हिंदुस्तानी अवाम मोरचा (सेकुलर) के प्रदेश अध्यक्ष सह वृशिण पटेल ने कहा कि शराबबंदी का काला कानून, जो तालीबानी है और पूरी तरह से फेल है. इसका ताजा उदाहरण गोपालगंज की घटना है. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी नाकामी छुपाने के लिए निर्दोष दलितों, पुलिस पदाधिकारियों और प्रशासनिक पदाधिकारियों को बली का बकरा बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
शराबकांड पर नहीं बरती जा रही कोताही : संजय
पटना. जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि गोपालगंज में शराब कांड को किसी ने छुपाने की कोई कोशिश नहीं की है और ना ही इस मामले में कोई कोताही बरती जा रही है. प्रशासन काफी मुस्तैदी से इस घटना की जांच कर रही है. भाजपा के नेता तो महज राजनीति कर रहे हैं. उन्हें किसी की भावनाओं से क्या लेना देना. शराब कांड में हुई मौत के बाद पुलिस अधीक्षक ने कड़ा एक्शन लेते हुए नगर थाने के सभी पुलिस पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया है. निलंबित अधिकारियों में नगर थाने के इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर समेत 15 पुलिस अफसर और 10 हेड कांस्टेबल शामिल हैं. शराब कांड में मौत के बाद पुलिस की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है. भाजपा इस घटना में सिर्फ अपनी राजनीति चमका रही है. उन्हें किसी की दुख दर्द से कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि जो मौत हुई है वह जहरीली शराब पीने से हुई है.
कानून के अनुसार सरकार कर रही है कार्रवाई
शराब बनाने और पिलाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जायेगी और पीड़ितों के परिजन को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी गयी है. इस मामले की निगरानी मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के स्तर से की जा रही है. ऐसे में कोई अगर इस केस को दबाना चाहेगा तो भी दबा नहीं पायेगा. इस केस में न किसी बचाया जायेगा और न ही किसी को फंसाया जायेगा. पुलिस इस मामले पर अपनी दबिश बनाये हुए है. छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में गिरफ्तार इन छह लोगों और अन्य के खिलाफ नगर थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी और आगे जांच जारी है. सरकार इस मामले में पूरी तरह पारदर्शी रवैया अपना रही है.
तानाशाही को भी मात देने वाला है शराबबंदी कानून : देवेंद्र
पटना : पूर्व केंद्रीय मंत्री व समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि शराबबंदी को ले कर बिहार में जो कानून बना है, वह तानाशाही को भी मात देने वाला है. सपा शराब मुक्त नहीं नशा मुक्त बिहार बनाने के पक्ष में है. उन्होंने कहा कि बिहार में कैसी शराबबंदी है, जहां गोपालगंज, बेतिया और खगड़िया में जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है.