साथ ही दोनों पक्षों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने प्रमोद पांडेय के शव के पास से एके 47 के दर्जनों कारतूस व खोखे बरामद किये हैं. पुलिस दोनों ही गिरोहों के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. घटना की सूचना मिलने पर मनेर के साथ ही बिहटा व कोइलवर थानों की टीमें भी पहुंच चुकी थीं. बिहटा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. जानकारी के अनुसार जेसीबी व पोकलेन से अवैध ढंग से हो रहे बालू खनन का लेकर पांच दिन पहले भोजपुर के फौजिया गुट व सुअमरवां के मुखिया उमाशंकर उर्फ सिपाही गुट के बीच विवाद हुआ था. इस दौरान मारपीट की भी हुई थी, जिसके कारण दोनों ही गुटों में तनाव था और हथियार जुटा कर जवाब देने की तैयारी में लगे थे.
इसी बीच रविवार को करीब 11:30 बजे सुअरमरवां, चौरासी बालू घाट के पास दियारे पर जबरन बालू घाट पर कब्जा करने के नीयत से फौजिया अपने करीब 150-200 गुर्गों के साथ अत्याधुनिक हथियार से लैस होकर पहुंच गया. उसने आते ही सिपाही गुट के लोगो के साथ मारपीट करते हुए फायरिंग शुरू कर दी. उसके आने का हल्ला हो चुका था और उमाशंकर उर्फ सिपाही गुट भी मैदान में उतर गया और फौजिया गुट पर फायरिंग शुरू कर दी.
दोनों ओर से हो रही गोलीबारी के दौरान सिपाही गुट के मुंशी आनंदपुर निवासी हरेंद्र सिंह व ब्यापुर, जीवराखन टोला के शिवमुरत राय के पैरो में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गये, जबकि फौजिया गुट के मुंशी कोईलवर, पंचमुखी निवासी रामेश्वर पांडेय के 45 वर्षीय पुत्र प्रमोद पांडेय की गोली लगने से मौत हो गयी. घायलों को घाट पर रहे अन्य लोगों को आनन-फानन में मनेर पीएचसी में भरती कराया. प्राथमिक इलाज के बाद डाॅक्टर ने दोनों लोगो को रेफर कर दिया, जिसे दानापुर के प्राइवेट अस्पताल में भरती कराया गया है. दोनो की हालत नाजुक बनी हुई है.