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आज कोर्ट में रिपोर्ट सौंपेगा नगर निगम

संतोषा अपार्टमेंट. लगातार तीसरे दिन भी चला हथौड़ा, लेकिन नहीं हट सका मलबा पटना : बंदर बगीचा स्थित संतोषा कॉम्प्लेक्स के अवैध हिस्से पर लगातार तीसरे दिन गुरुवार को भी हथौड़ा चला. शाम के पांच बजे तक कॉम्प्लेक्स के ऊपर के तीन फ्लोर के लगभग फ्लैट की दीवारें ध्वस्त कर दी गयी हैं. हालांकि, मलबा […]

संतोषा अपार्टमेंट. लगातार तीसरे दिन भी चला हथौड़ा, लेकिन नहीं हट सका मलबा
पटना : बंदर बगीचा स्थित संतोषा कॉम्प्लेक्स के अवैध हिस्से पर लगातार तीसरे दिन गुरुवार को भी हथौड़ा चला. शाम के पांच बजे तक कॉम्प्लेक्स के ऊपर के तीन फ्लोर के लगभग फ्लैट की दीवारें ध्वस्त कर दी गयी हैं. हालांकि, मलबा हटाने का कार्य अभी तक शुरू नहीं किया गया है.
तीनों फ्लोरों के तोड़े गये फ्लैटों का मलबा छत पर ही बिखरा पड़ा है. निगम प्रशासन ने अवैध हिस्सा तोड़ने की रिपोर्ट फोटो के साथ तैयार कर ली है, जिसे शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सौंपी जायेगी. इसके साथ ही कोर्ट से छतों व पायों को तोड़ने के लिए और समय की मांग की जायेगी. कोर्ट समय देता है, तो ठीक है. अन्यथा निगम 27 जुलाई के बाद दूसरे चरण में अपने संसाधनों से ही छतों व पायों को तोड़ने का काम शुरू करेगा.
मलबा उतारने को नहीं लगी वैकल्पिक लिफ्ट : मलबे को हटाने के लिए निगम प्रशासन अपार्टमेंट के अगले हिस्से में वैकल्पिक लिफ्ट को लगायेगा. हालांकि तीसरे दिन भी इसका निर्माण पूरा नहीं हो सका. फ्लैटधारियों के विरोध के चलते गुरुवार को काम ही नहीं हो सका. अभियंता ने बताया कि लिफ्ट नहीं लगने के कारण मलबा नहीं हटाया जा सका है. शुक्रवार से मलबा हटाने का काम शुरू होगा.
पांचवें तल्ले पर पानी का रिसाव
कॉम्प्लेक्स के अवैध हिस्से में रहनेवाले लोगों को कोर्ट से राहत नहीं मिली, तो फ्लैट के समान कबाड़ी वालों के हाथों बेच दिया जायेगा. कबाड़ी वालों ने बेतरतीब तरीके से फ्लैट से समान उखाड़ने लगा है.
इसी क्रम में जलापूर्ति पाइप लीकेज कर दिया. इससे पांचवें तल्ले के फ्लैट संख्या 505 में पानी का रिसाव शुरू हो गया है. फ्लैट के बाथरूम में पानी टपक रहा है. निगम के मजदूरों के हथौड़े के कारण पांचवें तल्ले के कई फ्लैटों की फॉल्स सेलिंग टूटने लगी है. इससे पांचवें तल्ले में रहने वाले लोगों को अभी से ही परेशानी शुरू हो गयी है.
छतों व पायों के लिए मिले समय
नगर आयुक्त अभिषेक सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने 21 जुलाई तक अवैध हिस्सा तोड़ कर 22 जुलाई को रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया था. इस आदेश के आलोक में अवैध हिस्सा तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की गयी और तीनों फ्लोरों की दीवारें तोड़ दी गयी हैं.
कोर्ट में रिपोर्ट सौंपने के साथ छत व पाया तोड़ने के लिए समय की मांग करेंगे, ताकि प्रोफेशलन एजेंसी के माध्यम से उन्हें जाये. प्रोफेशलन एजेंसी से बिल्डिंग के स्ट्रक्चर कमजोर नहीं होंगे. सभी बिंदुओं पर बारीकी से विचार किया जा रहा है.

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