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वीआर कॉलेज के 44 छात्रों के घर का पता मांगा
टापर्स घोटाला : एसआइटी ने बोर्ड से संपर्क साधा पटना : विशुनदेव राय (वीआर) कॉलेज के 44 छात्र-छात्राओं के घर का पता जानने के लिए एसआइटी ने बिहार बोर्ड से संपर्क साधा है. पत्र के माध्यम से उन तमाम छात्रों के संबंध में जानकारी मांगी गयी है, ताकि उन पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके. […]
टापर्स घोटाला : एसआइटी ने बोर्ड से संपर्क साधा
पटना : विशुनदेव राय (वीआर) कॉलेज के 44 छात्र-छात्राओं के घर का पता जानने के लिए एसआइटी ने बिहार बोर्ड से संपर्क साधा है. पत्र के माध्यम से उन तमाम छात्रों के संबंध में जानकारी मांगी गयी है, ताकि उन पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके. ये छात्र भी अब टॉपर घोटाले की प्राथमिकी के हिस्सा बन चुके हैं.
जांच में एसआइटी ने पाया था कि वीआर कॉलेज के 44 छात्र-छात्राओं ने एक ही नाम से दो रजिस्ट्रेशन कराया था, जो गलत है. खास बात यह है कि बिहार बोर्ड ने उनका एक ही नाम से दो-दो रजिस्ट्रेशन कर भी दिया था.
एक रजिस्ट्रेशन पर कम, तो दूसरे रजिस्ट्रेशन नंबर पर अधिक अंक मिले हैं. साइंस के 32, आर्ट्स के 10 और कॉमर्स के दो छात्र हैं, जिनका दो रजिस्ट्रेशन है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि सभी छात्र-छात्राओं के पता की जानकारी के लिए बिहार बोर्ड से संपर्क किया गया है.
सौरभ श्रेष्ठ के पिता को भेजा गया जेल : शनिवार को सौरभ श्रेष्ठ के पिता अजय कुमार को जेल भेज दिया है. उसने पूछताछ में बच्चा राय को पैसा देने की बात को स्वीकार कर लिया है.
तीन की जमानत याचिका खारिज : बिहार बोर्ड घोटाले में अब तक 22 लोग पकड़े जा चुके हैं. ये अपनी जमानत के लिए कोर्ट में याचिका दे रहे हैं. हालांकि, अभी तक किसी को भी जमानत नहीं मिली है. शनिवार को भी शकुंतला दास, वीणा व संदीप झा की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई, लेकिन याचिका खारिज कर दी गयी.
शिक्षकों की लापरवाही के कारण इंटर व मैट्रिक के स्क्रूटनी नहीं हो पा रहे है. जिन शिक्षकों को स्क्रूटनी के लिए लगाया गया है, उसमें से अधिकांश शिक्षकों ने अभी तक योगदान नहीं दिया है. इसे देखते हुए समिति उन शिक्षकों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.
समिति के परीक्षा अधिनियम 1981 के तहत जो शिक्षक सोमवार से मैट्रिक के स्क्रूटनी में शामिल नहीं होंगे, उन पर समिति कार्रवाई करेगी. कार्रवाई के तहत जुर्माना और परीक्षा में वीक्षक के रूप में शामिल होने से हटाया जा सकता है. ज्ञात हो कि मैट्रिक का स्क्रूटनी सेंटरलाइज कर दिया गया है. पटना में ही प्रदेश भर का मैट्रिक का स्क्रूटनी करवाया जा रहा है. मैट्रिक के लिए एक लाख 50 हजार उत्तर पुस्तिका का स्क्रूटनी किया जाना है.
इंटर के बाद अब मैट्रिक में शिक्षकों को भी जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से स्क्रूटनी में शामिल होने के लिए कहा जायेगा. अभी सोमवार तक शिक्षकों को स्क्रूटनी में शामिल होने के लिए कहा गया है. इसमें 215 गणित के शिक्षक और 100 संस्कृत के शिक्षक शामिल है. सारे विषयों को मिला कर 450 के लगभग शिक्षकों को मैट्रिक स्क्रूटनी में शामिल किया गया है.
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