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स्मार्ट कार्ड. एक लाख पेंडिंग, 10 महीने से चक्कर

पटना : रीख पे तारीख… आश्वासन पे आश्वासन. कार्यालय के चक्कर लगा-लगा कर लोग परेशान हो चुके हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. हर चक्कर पर उन्हें नयी तारीख दे दी जाती है और जो नहीं दिया जाता है वो है स्मार्ट कार्ड. मामला जुड़ा है जिला परिवहन कार्यालय (डीटीओ) द्वारा जारी होने […]

पटना : रीख पे तारीख… आश्वासन पे आश्वासन. कार्यालय के चक्कर लगा-लगा कर लोग परेशान हो चुके हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. हर चक्कर पर उन्हें नयी तारीख दे दी जाती है और जो नहीं दिया जाता है वो है स्मार्ट कार्ड. मामला जुड़ा है जिला परिवहन कार्यालय (डीटीओ) द्वारा जारी होने वाले (रजिस्ट्रेशन कार्ड) आरसी और डीएल (ड्राइविंग लाइसेंस) से.
जिले के लगभग एक लाख लोगों का स्मार्ट कार्ड का काम पेंडिंग है, जो पूरा होता नहीं नजर आ रहा है. स्मार्ट कार्ड की सप्लाई इसकी बड़ी वजह है. हर महीने दस हजार से अधिक गाड़ियां पटना में रजिस्टर हो रही हैं, लेकिन कार्ड की सप्लाई छह महीने पर केवल 20 से 30 हजार ही है. कार्ड की सप्लाई की जिम्मा राज्य परिवहन विभाग का है.
नयी गाड़ियों का रिजस्ट्रेशन कार्ड डीटीओ द्वारा शोरूम से दिया जाता है. बीते साल अक्तूबर के बाद 80 हजार नयी रिजस्टर्ड गाड़ियों का स्मार्ट कार्ड नहीं बना है. लोग शोरूम के चक्कर लगा थक चुके हैं. परेशान लोग डीटीओ पहुंच रहे हैं, जहां उन्हें या तो महीनों इंतजार करने की नसीहत दी जाती है या शोरूम जाने को कहा जाता है. शेष 20 हजार मामले डीटीओ को प्राप्त डुप्लीकेट डीएल और ऑनरशिप ट्रांसफर के हैं, जिसे पूरा नहीं किया गया है.
डिमांड एक लाख, सप्लाइ 30 हजार
पेंडिंग काम को देखते हुए पिछले महीने डीटीओ ने एक लाख दस हजार स्मार्ट कार्ड की डिमांड की थी, लेकिन विभाग ने महज 30 हजार ही दिये. इसका उपयोग कार्यालय में प्राप्त आवेदनों के लिए किया गया है.
शो रूम के माध्यम से आवेदन करनेवाले के काम कार्ड
की कमी के कारण रुका पड़ा है.
प्रिंटिंग मशीन की भी है कमी
डीटीओ में कुल 10 स्मार्ट कार्ड प्रिंटिंग मशीन हैं, जिसमें छह ही काम करती है. इन छह मशीनों से दिन भर में अधिकतम 700 कार्ड प्रिंट किये जा सकते हैं. ऐसे में एक लाख कार्ड प्रिंट करने के लिए अतिरिक्त प्रिंटिंग मशीन की जरूरत होगी. साथ ही रोज सैकड़ों आवेदन आते हैं, जिसे भी निबटाना कार्यालय के लिए एक बड़ी चुनौती है.
बैंक दे रहे हैं धमकी
सबसे ज्यादा परेशानी उनलोगों को हो रही है जो लोन पर बाइक या कार खरीद रहे हैं. आरसी जारी नहीं होने के कारण बैंक उनकी गाड़ी सीज करने की धमकी दे रहे हैं. नियमानुसार ग्राहकों को लोन देने वाले बैंक आरसी जमा करना होता है.
पीड़ा. चक्कर काट थक चुके हैं
अक्तूबर में डुप्लीकेट डीएल और आरसी के लिए अप्लाई की थी. कई बार कार्यालय के चक्कर काट चुकी हूं. हर बार एक महीने बाद आने को कहा जाता है. आरटीपीएस के तहत 15 दिन में ही सेवा देने की बात कही गयी थी.
– पुनम कुमारी, कंकड़बाग
आश्वासन. पेंडिंग काम जल्द होंगे पूरे
जो भी पेंडिंग काम है, उसे पूरा कर लिया जायेगा. इसके लिए एक बैठक बुलायी जायेगी. शोरूम डीलर को आरसी देने का काम जल्द शुरू होगा. डुप्लीकेट डीएल व अन्य काम भी पूरे किये जायेंगे. -सुरेंद्र झा, डीटीओ, पटना
दिलासा. जल्द समाधान निकालेंगे
स्मार्ट कार्ड की सप्लाई की अद्यतन जानकारी नहीं है. इसकी जानकारी प्राप्त कर समस्या का समाधान निकाला जायेगा. एजेंसी से भी बात कर मांग को अबिलंव पूरा करने को कहा जायेगा. – राम किशोर मिश्रा, स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर
यहां सिर्फ आश्वासन मिलता है
फरवरी में आरसी के लिए अप्लाई किया था. आज तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है. हर बार नई तारीख दे दी जाती है. यहां परेशानी सुनने को कोई तैयार नहीं है.
– राजेश कुमार, फतुहा
हर बार इनका कोई बहाना होता है
अभी तक दस बार डीटीओ आ चुका हूं. हर बार कोई न कोई बहाना होता है. इस बार भी एक महीने बाद आने को कहा गया है. डुप्लीकेट आरसी 15 दिनों में ही मिलने चाहिए थे, दो महीने से ज्यादा हो गये हैं.
– महेश कुमार शर्मा, पटना सिटी

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