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जम्मू से लौटी आइओ, रिजल्ट जीरो
साढ़े छह लाख की ठगी. आरोपितों का बैंक खाता तक नहीं कराया फ्रीज पटना : केस किसी तरह का हो, आइओ को बस पैसा चाहिए. पैसा नहीं मिला, तो पीड़ित सफर करेगा और अनुसंधान की फाइल थाने पर धूल फांकेगी. कुछ इसी तरह का हाल है दानापुर के कांड संख्या 54/16 का. इस केस में […]
साढ़े छह लाख की ठगी. आरोपितों का बैंक खाता तक नहीं कराया फ्रीज
पटना : केस किसी तरह का हो, आइओ को बस पैसा चाहिए. पैसा नहीं मिला, तो पीड़ित सफर करेगा और अनुसंधान की फाइल थाने पर धूल फांकेगी. कुछ इसी तरह का हाल है दानापुर के कांड संख्या 54/16 का. इस केस में प्रदीप कुमार नाम के युवक से रेलवे में नौकरी के नाम पर 6.50 लाख रुपये की ठगी कर ली गयी. तीन बैंक खाते में पैसा मंगाया गया था.
ये बैंक खाते जम्मू के गुज्जरनगर में है. खास बात यह है कि केस की पूर्व आइओ रविरंजना कुमारी इसकी जांच में वारंट के साथ जम्मू गयी थीं, लेकिन न तो आरोपितों का पता लगा सकी और न ही वह बैंक एकाउंट ही फ्रीज करा सकीं, जिसमें पैसा मंगाया गया था. अभी भी उस अकाउंट से लेनदेन हो रहा है.
दरअसल इस केस की जांच महिला दारोगा रविरंजना कुमारी को दिया गया था. इस केस में आइओ ने पहले प्रदीप से पैसों की डिमांड की. फोन टेपिंग के मुताबिक पैसा पेपर में लपेट कर डीएसपी दानापुर कार्यालय में संतोष को देना था. पैसाें की डिमांड ज्यादा थी, इसलिए प्रदीप पैसा नहीं दे सका.
इसका नतीजा यह हुआ कि आइओ ने मामले की लीपापोती कर दी. वह गिरफ्तारी वारंट लेकर जम्मू तो गयी, लेकिन आरोपितों का एड्रेस वेरिफिकेशन नहीं कर सकीं. इतना ही नहीं, उस बैंक एकाउंट को भी फ्रीज नहीं कराया. अभी भी उस खाते से ट्रांजेक्शन हो रहा है. वहीं पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है. केवल कार्रवाई करने की बात कह रही है.
जांच के नाम पर पेपर में लपेट कर मांगे गये थे रुपये
आइओ बदली गयी एक आरोपित को बेल
जम्मू से लौटने के बाद आइओ ने रिपोर्ट दी कि आरोपितों के जाे नाम-पता बताये गये थे, वे गलत निकले. इसके बाद डीएसपी दानापुर ने आइओ को बदल दिया. वहीं इस केस में आरोपित अंजू उर्फ गुड़िया को जमानत मिल चुकी है. हालांकि इस संबंध में महिला दारोगा पूर्व आइओ रविरंजना कुमारी का कहना है कि उस पर लगाये गये आरोप बेबुनियाद है.
क्या है मामला
दानापुर थाने में पांच फरवरी, 2016 को केस दर्ज हुआ था. इसमें अंजू कुमारी उर्फ गुड़िया, मेाहम्मद वकार भट्ठी, गुलाम मुस्तफा, अखलाक अहमद आरोपित हैं. गुड़िया दानापुर के मैनपुरा में रहती है, उसके पति मर्चेंट नेवी में हैं. बाकी तीन आरोपित जम्मू के हैं. गुड़िया ने ही नौकरी के लिए प्रदीप को जम्मू लेकर गयी थी और एक होटल में तीनों से मिलवायी थी. तीनों सगे भाई हैं.
नौकरी का वादा करने के बाद करीब एक साल पूर्व कई किस्तों में प्रदीप ने पैसा बैंक एकाउंट में भेजा था. इसमें मो वकार भट्ठी और अखलाक अहमद की एसबीआइ गुज्जरनगर शाखा, जम्मू में तथा गुलाम मुस्तफा की एचडीएफसी शाखा में पैसा डाला गया था.
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