28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आपकी जमा पूंजी पर ठगों की नजर

सावधान. कहीं एटीएम कार्ड बदल कर तो कहीं कोड उड़ा कर लगा रहे चपत पटना : रिटायर्ड जज मो सैयद इकबाल के खाता से जालसाजों ने पांच लाख रुपये निकाल लिया. जालसाजों ने उनके एटीएम कार्ड ही बदल दिये थे और फिर घटना को अंजाम दिया था. बताया जाता है कि पिछले माह लखनऊ में […]

सावधान. कहीं एटीएम कार्ड बदल कर तो कहीं कोड उड़ा कर लगा रहे चपत
पटना : रिटायर्ड जज मो सैयद इकबाल के खाता से जालसाजों ने पांच लाख रुपये निकाल लिया. जालसाजों ने उनके एटीएम कार्ड ही बदल दिये थे और फिर घटना को अंजाम दिया था. बताया जाता है कि पिछले माह लखनऊ में रहने वाला उनका बेटा मो मासूम पटना स्थित घर पर आया था.
उसने अपने पिता रिटायर्ड जज के एटीएम का कुछ दिन इस्तेमाल किया और पैसे निकाले. इसके बाद वह जून के अंतिम में एटीएम कार्ड अपने पिता को वापस कर लौट गया. रिटायर्ड जज के एटीएम से पैसे की निकासी होती रही और उन्हें इस संबंध में माेबाइल पर मैसेज भी आते रहे. लेकिन उन्होंने गौर नहीं किया और छह जुलाई को अचानक ही उन्हें मैसेज को देखा तो पाया कि पांच लाख रुपये निकाले जा चुके है.
उन्होंने अपना एटीएम चेक किया तो पता चला कि वह भी बदला हुआ है. शुक्रवार को वे सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा के पास पहुंचे और कार्रवाई करने का अनुरोध किया. सिटी एसपी ने गांधी मैदान थाना पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश दिया. गांधी मैदान थानाध्यक्ष उत्तीम सिंह ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है और तमाम एटीएम के सीसीटीवी कैमरा का वीडियो फुटेज निकाल कर छानबीन की जा रही है.
कर ली 25 हजार की मार्केटिंग एक बार फिर से जालसाजों ने एटीएम को अपग्रेड कराने का झांसा दियाऔर फिर नंबर व कोड जान लिया. इसके बाद कुछ ही देर में 25 हजारकी मार्केटिंग कर ली. यह घटना शुक्रवार को व्यवसायी अजय कुमार के साथ हुई. वे आर ब्लॉक के पास रहते है और उनका खाता सोनभवन में बैंक ऑफ इंडिया में है.
अजय को इसकी जानकारी तब हुई, जब पैसों की निकासी का मैसेज आया. उन्होंने तुरंत ही अपने एटीएम को लॉक कराया. श्री कुमार को शुक्रवार को एक व्यक्ति ने फोन किया और यह जानकारी दी कि वह बैंक से बोल रहा है और उनके एटीएम का अपग्रेड करना है.
लेकिन, इसके लिए एटीएम पर अंकित नंबर व कोड बताना होगा. इसके बाद अजय ने नंबर व काेड बता दिया. इतना बताते ही निकासी का मैसेज आया. इस संबंध में अजय कोतवाली थाने में शिकायत करने पहुंचा. लेकिन, वहां मामला दर्ज नहीं होने पर सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा को जानकारी दी.
मिली सफलता
पकड़ाया जालसाज, 72 हजार रुपये भी लौटाये
पटना. आद्री के सदस्य सचिव शैबाल गुप्ता से 14 अक्टूबर 2015 को मोबाइल फोन के जरिये 40 हजार की ठगी कर ली गयी थी. इस मामले को उन्होंने राज्य की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) में दर्ज करवाया था.
लंबी छानबीन और तकनीकी अनुसंधान के बाद ठगी करने वाले अरविंद कुमार को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही धोखाधड़ी किये गये सभी 72 हजार 800 रुपये की वसूली भी कर ली. वह सुपौल जिला के जगतपुर, गोठबरूआरी का रहने वाला है. इसने बड़े ही नाटकीय ढंग से ठगी की पूरी घटना को अंजाम दिया है.
वह गिरफ्त में भी उतने ही नाटकीय ढंग से आया. पुलिस ने जब अरविंद की तलाशी में छापेमारी शुरू की, तो वह सीधा बेल लेने के लिए न्यायालय चला गया, जहां न्यायालय ने उससे कहा कि पहले वह ठगी के सारे रुपये जमा करे, तभी उसकी बात सुनी जायेगी. तब अरविंद ने सभी रुपये जमा करा दिये.
अरविंद ने शैवाल गुप्ता को ठगने के लिए बड़ी चालाकी से प्लान तैयार किया था. अरविंद ने शैबाल गुप्ता को दिल्ली पुलिस के सहायक अवर निरीक्षक विजय सिंह बनकर फोन किया.
कहा कि उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी हुआ है. इस आदेश को अमलीजामा पहनाने के लिए पटना एसएसपी को भेज दिय गया है. जब गुप्ता ने कारण पूछा, तो उन्हें बताया गया कि वह सरकारी वकील विनोद कुमार अग्रवाल से बात करके पूरे मामले को समझ लें. इस पर आद्री के सदस्य सचिव ने उसके दिये फोन नंबर पर बात की. तब इस फर्जी सरकारी वकील ने कहा कि उनके क्रेडिट कार्ड पर 72 हजार 800 रुपये का बकाया है.
इस मामले में आरबीआइ ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. फर्जी सरकारी वकील ने कहा कि इससे बचने के लिए वह एसबीआइ के एक खास बैंक खाता में 72 हजार 800 रुपये जमा करा दें, तब केस सेटलमेंट हो जायेगा. पूरी बात सुनने के बाद उन्होंने ऐसा ही किया, लेकिन जब उन्होंने एसबीआइ के एकाउंट नंबर की जांच करवायी, तो पता चला कि वह सुपौल का है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें