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डूबने से बचाने के बजाय दलील में जुटा निगम

जलजमाव की चिंता छोड़ स्थायी समिति अगले साल की बना रही है रणनीति सशक्त स्थायी समिति की बैठक में कई निर्णय पटना : शहर बरसात में जलजमाव से डूबे, इसके पहले ही नगर निगम और उसकी सशक्त स्थायी समिति ने अपनी दलील तैयार कर ली है. निगम के अनुसार अभी जिन इलाकों में जलजमाव हुआ […]

जलजमाव की चिंता छोड़ स्थायी समिति अगले साल की बना रही है रणनीति
सशक्त स्थायी समिति की बैठक में कई निर्णय
पटना : शहर बरसात में जलजमाव से डूबे, इसके पहले ही नगर निगम और उसकी सशक्त स्थायी समिति ने अपनी दलील तैयार कर ली है. निगम के अनुसार अभी जिन इलाकों में जलजमाव हुआ है, वे शहर के निचले इलाके हैं. अन्य जगहों पर संरचनात्मक गड़बड़िया हैं. वहीं अगर संप हाउस नहीं चले व जलजमाव हुआ तो इसकी जिम्मेवारी बिहार राज्य जल पर्षद की होगी. ये तर्क शहर के मेयर अफजल इमाम और नगर आयुक्त अभिषेक सिंह के हैं. सोमवार को नगर निगम के सशक्त स्थायी समिति की बैठक हुई.
इसमेें जलजमाव नहीं होगा का दावा तो किया गया, लेकिन अगर जलजमाव हुआ तो इसे निगम कैसे निबटेगा, फौरी राहत कैसे मिलेगी, इस पर कोई ठोस प्लान नहीं बताया गया़ भले ही शहर जलजमाव की चिंता में डूबा जा रहा हो, लेकिन समिति अगले साल की रणनीति पर काम कर रही है. इस साल क्या हो, इस पर ठोस प्लान नहीं हुआ.
15 दिनों में खाली कराएं डंपिंग यार्ड, नहीं तो कार्रवाई
मेयर ने समिति की बैठक में 15 दिनों के भीतर शहर के सभी अंचलों के सेकेंडरी डंपिंग यार्ड को खाली कराने का निर्देश दिया. मेयर ने कहा कि बरसात में जलजमाव के समय रामाचक बैरिया के डंपिंग यार्ड का रास्ता कई बार बंद हो जाता है. ऐसे में निगम अपने सेकेंडरी यार्ड में ही कचरा डंप करता है, इसलिए बरसात से पहले यह पूरी तरह खाली होना चाहिए.
जलजमाव केवल हमारी जिम्मेवारी नहीं है
नगर आयुक्त अभिषेक सिंह ने कहा कि शहर में जलजमाव की जिम्मेवारी केवल नगर निगम की नहीं है. शहर में नाला और सड़क निर्माण का काम सरकार की कई एजेंसिया करती हैं. सबके साथ समन्वयन से ही समस्या का निबटारा होगा.
छह अंचलों में बंटेगा निगम
पटना. सफाई व्यवस्था और विकास कामों को और व्यावहारिक बनाने के लिए नगर निगम को छह अंचलों में बांटा जायेगा. अभी निगम चार अंचलों में बंटा है. मेयर अफजल इमाम ने बताया कि निगम के पुनर्गठन की बात पहले से चल रही है, लेकिन कुछ ठोस निकल कर नहीं आया है.
पार्क का नाम बदलने पर हुआ निर्णय : एसके पुरी चिल्ड्रेन पार्क का नाम अब सत्येंद्र नारायण सिन्हा रखने का निर्णय लिया गया है. 12 जुलाई को मुख्यमंत्री स्तर से इसका उद्धाटन किया जा सकता है.
नयी योजना के लिए पैसा नहीं : समिति की बैठक में अभी निगम के कोष में नयी योजनाओं के लिए कितना पैसा है, इस मुद्दे को रखा गया था. निगम 50 लाख की योजना पर काम कर रहा है. लगभग 40 से अधिक वार्डों में योजनाएं चल रही हैं. शेष जगहों पर योजना शुरुआत होने की स्थिति में है.

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