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कार्यक्रम. जदयू के सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने पीएम से की अपील भाजपा दफ्तर में ही कमरा दिला दे, वहीं रह जायेंगे पटना : भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री के आवास को लेकर उठाये गये सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मेरे पास कोई दो सरकारी आवास नहीं है. वे […]
कार्यक्रम. जदयू के सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने पीएम से की अपील
भाजपा दफ्तर में ही कमरा दिला दे, वहीं रह जायेंगे
पटना : भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री के आवास को लेकर उठाये गये सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मेरे पास कोई दो सरकारी आवास नहीं है. वे 7, सर्कुलर रोड स्थित आवास में ही रहते हैं.
यह भूतपूर्ण मुख्यमंत्री होने के नाते जीवन पर्यंत के लिए उन्हें मिला है. अब मुख्यमंत्री का पद धारण कर रहे हैं तो 1, अणे मार्ग मिला है. वहां से सरकारी काम निबटाते हैं. ऐसा नहीं कि दोनों जगहों पर रहते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा को दिक्कत है तो वे उन्हें हटवा दें.
हम मुख्यमंत्री का काम सड़क से बैठ कर भी कर सकते हैं. या फिर भाजपा अपने दफ्तर में ही कमरा दिलवा दे, वहीं रह जायेंगे. भाजपा दफ्तर भी तो सरकारी ही है. हमलोगों का तो एमएलए फ्लैट वाला (जदयू ऑफिस) है, जबकि भाजपा का कार्यालय तो बंगला वाला है. हम आवास-सुरक्षा को लेकर नहीं सोचते हैं. यह आज स्टेटस सिंबल हो गया है. मेरी ऊर्जा राज्य के हित में लगने दीजिए. जिनके पास कोई काम नहीं है, उन्हें बोलने दीजिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि मेरा (नीतीश कुमार) का पटना में अपना घर भी है. मेरा तो कोई घर नहीं है, लेकिन सुशील मोदी जी का तो पटना में घर है. वे पोलो रोड स्थित सरकारी आवास में रहते हैं. ऐसे में सुशील मोदी अपना घर मुझे किराया पर ही दे दें, हम वहीं रह जायेंगे. उन्होंने कहा कि जिनके पास अपना घर है उन्हें सरकारी आवास में नहीं रहना चाहिए. सुशील मोदी सरकारी आवास में क्यों रहते हैं? सरकारी आवास उन्हीं लोगों के लिए होता है, जिनका पटना में अपना घर नहीं है.
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