पटना : शुक्रवार से जिला प्रशासन की महत्वकांक्षी परियोजना ऑपरेशन दृष्टि के तहत 32 बुजुर्गों को रोशनी मिल गयी. सभी बुजुर्गों का मोतियाबिंद का मुफ्त में ऑपरेशन किया गया. प्रशासन की पहल पर जिला स्वास्थ्य समिति और राजेंद्रनगर आइ हास्पिटल की ओर से इसका शुभारंभ किया गया. डीएम एसके अग्रवाल ने इस अभियान का शुभारंभ […]
पटना : शुक्रवार से जिला प्रशासन की महत्वकांक्षी परियोजना ऑपरेशन दृष्टि के तहत 32 बुजुर्गों को रोशनी मिल गयी. सभी बुजुर्गों का मोतियाबिंद का मुफ्त में ऑपरेशन किया गया. प्रशासन की पहल पर जिला स्वास्थ्य समिति और राजेंद्रनगर आइ हास्पिटल की ओर से इसका शुभारंभ किया गया.
डीएम एसके अग्रवाल ने इस अभियान का शुभारंभ किया. इसके तहत पहले शिविर में चार प्रखंडों अथमलगोला, दानापुर-खगौल, फुलवारीशरीफ, धनरूआ व शहरी क्षेत्र के कुल 32 मरीजों का नि:शुल्क मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद उन्हें चश्मा व दवाइयां भी मुफ्त में दी गयी.
मोतियाबिंद का ऑपरेशन नेत्र विशेषज्ञ डॉ सीबी चौधरी, डॉ रवि शंकर, डॉ सुनील व डॉ संजय ने किया. प्रशासन की ओर से प्रखंड स्तर से मरीजों को राजेंद्रनगर अस्पताल लाने व ऑपरेशन के बाद वापस पहुंचाने की भी व्यवस्था की गयी हैं. राजेंद्रनगर अस्पताल में आंख के इलाज के लिए सुपर व्यवस्था है. अब यहां रोस्टरवार प्रखंड की तिथि तय करते हुए मरीजों को इलाज के लिए पटना लाया जायेगा. डीएम ने बीडीओ को सभी व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.
एक साल में होंगे पांच हजार मुफ्त ऑपरेशन
जिले में एक वर्ष के अंदर कम-से-कम 5000 मोतियाबिंद के मरीजों को चिह्नित कर उनका मुफ्त ऑपरेशन कराने का लक्ष्य रखा गया है. हर प्रखंड में रोस्टवार नेत्र चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति कर मरीजों की स्क्रीनिंग होगी. सभी आशा कार्यकर्ताओं को अपने पोषक क्षेत्र के अंतर्गत मोतियाबिंद के मरीजों को चिह्नित कर सूची बनाने को कहा गया है. डीएम ने कहा कि आर्थिक रूप से अक्षम होने से ग्रामीण क्षेत्रों में कई मोतियाबिंद का इलाज कराने से वंचित रह जाते हैं.