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तंबाकू नियंत्रण पर भी हो काम : दीपक
पटना : बिहार में शराबबंदी की तरह तंबाकू नियंत्रण के मोरचे पर भी सरकार के स्तर पर काम होना चाहिए. उक्त बातें मंगलवार को राज्य सोशियो इकोनॉमिक डेवलेपमेंट एंड एजुकेशनल सोसाइटी के निदेशक दीपक मिश्रा ने कही. वे पटना के होटल पाटलिपुत्रा में आयोजित तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम में बोल रहे थे. कार्यक्रम का आयोजन विश्व […]
पटना : बिहार में शराबबंदी की तरह तंबाकू नियंत्रण के मोरचे पर भी सरकार के स्तर पर काम होना चाहिए. उक्त बातें मंगलवार को राज्य सोशियो इकोनॉमिक डेवलेपमेंट एंड एजुकेशनल सोसाइटी के निदेशक दीपक मिश्रा ने कही. वे पटना के होटल पाटलिपुत्रा में आयोजित तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम में बोल रहे थे.
कार्यक्रम का आयोजन विश्व तंबाकू दिवस पर किया गया था. उन्होंने कहा कि तंबाकू सेवन से देश में हर वर्ष 80 हजार लोग कैंसर के शिकार हो रहे हैं. बिहार में हर वर्ष 50 हजार लोग इस रोग से मर रहे हैं.
ताज्जुब की बात तो यह है कि सूबे के 5,500 बच्चे भी हर दिन तंबाकू का सेवन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि तंबाकू नियंत्रण के लिए जिलों में डीएम की अध्यक्षता में समन्वय समिति बनी है. अवैध तंबाकू के खिलाफ निरंतर छापेमारी भी हो रही है. बिहार में तंबाकू सेवन पर रोक को ले कर लगातार जागरूकता अभियान चल रहे हैं और कानून का शिकंजा भी कस रहा है. कई अधिकारी दंडित किये गये हैं. कैंसर सर्जन
डाॅ वीपी सिंह ने कहा कि तंबाकू सेवन से हर वर्ष देश में 2.5 करोड़ लोग कैंसर के रोगी हो रहे हैं. ऐसे मरीजों में 35 से 65 वर्ष का उम्र के लोग अधिक हैं. सामान्य वर्ग के लिए इसका इलाज कराना अत्यंत कठिन है.
एसे में कैंसर से निजात पाने के लिए लोगों को तंबाकू सेवन से तौबा करनी होगी. राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक हिमांशु रॉय ने कहा कि बिहार में हर दिन 192 लोग कैंसर से मर रहे हैं.
सूबे में सबसे अधिक मुख और गर्भाशय कैंसर के रोगी हैं. यदि तंबाकू-सेवन बंद हो, तो इसकी संख्या न्यूनतम हो सकती है. दिल्ली ग्लोवल स्मोकलेस नॉलेज हब के हेड वीरेंद्र सिन्हा ने कहा सूबे को टोबैको-लेस बनाने की जब भी बात होती है, तब टोबैकों इंडस्ट्री कामगारों के नाम पर भ्रम फैल देती है.
टोबैको इंडस्ट्री में यदि एक लाख कामगार हैं, तो ऐक करोड़ लोग तंबाकूजनित बीमारियों से मर भी रहे हैं. बीड़ी निर्माण का काम बच्चे-बच्चियों से कराना बंद होना चाहिए. अंतरराष्ट्रीय तंबाकू नियंत्र अवार्ड विनर डा. मीरा अघी ने कहा कि तंबाकू नियंत्रण के काम में सभी लोगों को लगना होगा.आशा कार्यकर्ताओं को भी इस काम में लगाया जाना चाहिए. उन्होंने बिहार में सिंगल सिगरेट की बिक्री पर रोक लगाने की भी मांग की.
कार्यक्रम को स्वास्थ विभाग के सचिव जीतेंद्र श्रीवास्त और नगर आयुक्त शीर्षत कपिलअशोक ने भी संबोधित किया.
कार्यक्रम में स्मोक-फ्री हुए आठ जिलों क्रमश: मुंगेर, लखीसराय, दरभंगा, समस्तीपुर, कटिहार, वैशाली और पटना शहर के प्रतिनिधियों को सम्मानित भी किया गया.
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