Advertisement
सीएम को एक साल बाद याद आये उद्यमी : मोदी
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक साल बाद उद्यमी पंचायत की याद आयी. उन्होंने देश के प्रतिनिधि उद्योग संस्थाओं को अपमानित करते हुए इसमें भाग लेने के लिए दिया गया निमंत्रण वापस ले लिया. उन्होंने कहा कि राज्य में खस्ताहाल […]
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक साल बाद उद्यमी पंचायत की याद आयी. उन्होंने देश के प्रतिनिधि उद्योग संस्थाओं को अपमानित करते हुए इसमें भाग लेने के लिए दिया गया निमंत्रण वापस ले लिया.
उन्होंने कहा कि राज्य में खस्ताहाल विधि–व्यवस्था की स्थिति और निवेश शून्यता पर उठ रहे सवालों से मुख्यमंत्री डरे हुए हैं. राष्ट्रीय स्तर के उद्योग संस्थाओं सीआइआइ, पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स और इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स जैसी संस्थाओं को पहले उद्यमी पंचायत में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया, मगर बाद में रद्द कर दिया गया. तर्क दिया गया कि उक्त विषय आपसे संबंधित नहीं है. भूल बस सूचना दे दी गयी. मुख्यमंत्री बताएं कि पिछले तीन साल में बिहार में कितना निवेश हुआ. कोई बड़ा उद्योग क्यों नहीं लगा.
राज्य का एकमात्र चावल एवं डिस्टिलिरी उद्योग आज बदहाल क्यों है. क्या कानून-व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवालों से डर कर ही देश के प्रतिनिधि औद्योगिक संस्थाओं को एक साल बाद आयोजित उद्यमी पंचायत में निमंत्रण देकर आने से अपमानित कर मना नहीं कर दिया गया है.
क्या इसके पहले आयोजित उद्यमी पंचायतों में इन शीर्षस्थ औद्योगिक संस्थाओं को आमंत्रित नहीं किया जाता रहा है. सरकार की ‘ एक्जिट पॉलिसी’, ‘आओ बिहार’ और ’निजी औद्योगिक प्रांगण’ जैसी योजनाएं बुरी तरह से विफल हो गयी है.
बीएसआइपीबी (बिहार स्टेट इंड्रस्ट्रियल एंड इंवेसमेंट प्रोमोशन बोर्ड) की पिछले एक साल से कोई बैठक नहीं हुई है. पिछले छह महीने में राज्य में कानून-व्यवस्था की जो लचर स्थिति पैदा हुई है. उससे पूरे बिहार में भय एवं दहशत का माहौल कायम हुआ है और ऐसे में कोई भी उद्यमी यहां पूंजी निवेश करने के लिए तैयार नहीं है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement