मखदुम तालाब के चारों ओर घास, जगंल व गंदगी का अंबार लगा है, जिसकी साफ सफाई कराने का प्रयास अब तक पुरातत्व विभाग ने नहीं किया है. विभागीय लापरवाही के कारण तालाब की हालत बदतर होती जा रही है. इस बात की शिकायत लोगों ने पुरातत्व विभाग व पटना आयुक्त से की है.
बावजूद स्थिति ज्यों के त्यों बनी हुई है. साथ ही तालाब के चारों ओर के हिस्से जर्जर स्थिति में हो गयी है.
मनेर : सुप्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदुम शाह याहिया मनेरी व मखदुम शाह दौलत मनेरी रहमतुल्लाह अलैह की पनागाह में स्थित ऐतिहासिक मखदुम तालाब पिछले कुछ महीने से विभाग के लापरवाही के कारण सूख गया गया है.
ऐतिहासिक मखदुम तालाब को अचानक सूख जाने को लेकर पूरे मनेरवासियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. इसके अलावा मखदुम तालाब के चारों ओर बड़े -बड़े घास, जंगल व गंदगी का अंबार लग गया है. इसकी साफ-सफाई का प्रयास अब तक पुरातत्व विभाग ने नहीं किया है. विभागीय लापरवाही के कारण तालाब की हालत दिन- पर- दिन बदतर होती जा रही है. इस बात की शिकायत कई लोगों ने पुरातत्व विभाग व पटना आयुक्त से की, पर स्थिति ज्यों -की- त्यों बनी हुई है.
साथ ही तालाब के चारों ओर के हिस्से जर्जर स्थिति में हैं. मनेर खानकह के गद्दीनशीं सैयद शाह तारिक ऐनायतुल्ला फिरदौसी ने बताया कि तालाब पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आता है. इस मामले में पटना आयुक्त से बात की गयी है. आयुक्त ने पुरातत्व विभाग के पदाधिकारियों से बात कर साफ -सफाई कराने की बात कही थी. बता दें कि 19 जून को मनेर दरगाह के पास सोहबत का मेला व सूफी महोत्सव का कार्यक्रम होने जा रहा है.
पर्यटक इस पवित्र मखदुम तालाब में स्नान करने के बाद दरगाह पर पूजा-पाठ करते हैं. इधर, लोजपा जिलाध्यक्ष कामेश्वर यादव ने मखदुम तालाब की सरकार से साफ -सफाई व पानी की व्यवस्था कराने की मांग की है.