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अनिल अध्यक्ष व अरविंद होंगे डीबीए के महासचिव
चुनाव. मतदान संपन्न, आज घोषित होंगे नतीजे पटना : जिला अधिवक्ता संघ (डीबीए) पटना का द्विवार्षिक चुनाव शुक्रवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. चुनाव में करीब 65 फीसदी वोट पड़े. दो हजार मतदाताओं में से 1305 ने मताधिकार का प्रयोग करते हुए अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट डाले. मतदान के साथ ही 21 […]
चुनाव. मतदान संपन्न, आज घोषित होंगे नतीजे
पटना : जिला अधिवक्ता संघ (डीबीए) पटना का द्विवार्षिक चुनाव शुक्रवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. चुनाव में करीब 65 फीसदी वोट पड़े. दो हजार मतदाताओं में से 1305 ने मताधिकार का प्रयोग करते हुए अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट डाले. मतदान के साथ ही 21 विभिन्न पदों के लिए खड़े 74 अधिवक्ताओं का भाग्य बैलेट बॉक्स में बंद हो गया है.
मतदान के ठीक बाद शाम पांच बजे से अध्यक्ष व महासचिव पद के लिए पड़े वोटों की गिनती भी शुरू हो गयी. देर शाम नतीजे घोषित हुए. जिसमें अनिल कुमार सिन्हा को अध्यक्ष, जबकि अरविंद कुमार सिन्हा को महासचिव चुना गया. अंितम चक्र के बाद अनिल अपने निकटतम प्रतिद्वंद्धी आशुतोष कुमार से 40 वोटो से, जबकि अरविंद अपने निकटतम प्रतिद्वंद्धी अशोक सिंह यादव से 100 वोटों से आगे थे.
अन्य पदों की गिनती व विजेता की घोषणा शनिवार को होगी. गौरतलब है कि विजय कुमार हिमांशु के निधन के बाद अध्यक्ष पद खाली था, जबकि महासचिव पद पर अरविंद कुमार सिन्हा दोबारा चुने गये है.
अध्यक्ष-महासचिव के लिए छह-छह उम्मीदवार : संघ के अध्यक्ष पद के लिए छह-छह लोग किस्मत आजमा रहे हैं.अध्यक्ष पद के लिए अनिल कुमार सिन्हा, सुधीर कुमार सिन्हा, दीप नारायण दूबे, आशुतोष कुमार, लालकेश्वर प्रसाद व अमरनाथ सिंह, जबकि महासचिव पद के लिए अरविंद कुमार सिन्हा, अनूप कुमार, अशोक यादव, भरत तिवारी, वीरेंद्र कुमार व सुनील कुमार ने दावेदारी की थी. इनके अलावा उपाध्यक्ष के तीन पदों के लिए कुल दस, संयुक्त सचिव के तीन पदों के लिए 14, सहायक सचिव के तीन पदों के लिए 10, एक्जिक्यूटिव के सात पदों के लिए 20, विजिलेंस के एक पद के लिए तीन, ऑडिटर के एक पद के लिए दो और ट्रेजरर के एक पद के लिए तीन अधिवक्ता मैदान में हैं.
दो हजार में 1305 अधिवक्ताओं ने डाले वोट
हर बूथ पर कैमरा, चार एलइडी स्क्रीन से प्रसारण
मतदान सुबह आठ से दोपहर तीन बजे तक चला. इसके लिए छह बूथ बनाये गये थे. मतदान की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए हर बूथों पर सीसीटीवी कैमरा
लगाया गया था.
चार जगह एलइडी लगा कर मतदान प्रक्रिया का लाइव प्रसारण किया जा रहा था. मतदाताओं को हर पद के लिए अलग-अलग मतपत्र दिये गये, जिसमें पसंदीदा उम्मीदवार के समक्ष टिक लगा कर बॉक्स में डालना था. चुनाव अधिकारी रवींद्र कुमार सिन्हा पूरी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए थे. गौरतलब है कि यह चुनाव 21 मई को ही होना था. लेकिन, तकनीकी कारणों से ऐन मौके पर टाल दिया गया.
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