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नेपाल जा रहा धान

अबतक 307 पैक्स में ही खरीद शुरू किसानों की मजबूरी का फायदा उठा रहे व्यवसायी 14 जिलों में अब तक नहीं खुला क्रय केंद्र पटना : राज्य में अब तक सभी जगह धान की खरीद शुरू नहीं हुई है. इसका फायदा दूसरे राज्य व नेपाल के व्यवसायी उठा रहे हैं. प्रति दिन एक हजार से […]

अबतक 307 पैक्स में ही खरीद शुरू किसानों की मजबूरी का फायदा उठा रहे व्यवसायी

14 जिलों में अब तक नहीं खुला क्रय केंद्र

पटना : राज्य में अब तक सभी जगह धान की खरीद शुरू नहीं हुई है. इसका फायदा दूसरे राज्य व नेपाल के व्यवसायी उठा रहे हैं. प्रति दिन एक हजार से अधिक ट्रकों में धान नेपाल भेजा जा रहा है. इसका नजारा भारत-नेपाल सीमा पर रक्सौल में देखा जा सकता है.

किसानों को रबी की खेती के लिए पैसे की सख्त जरूरत होती है. किसान इस उम्मीद में रहते हैं कि वक्त पर धान उचित मूल्य पर बिक जाये.

फिलहाल राज्य के सभी पैक्स में धान क्रय केंद्र नहीं खुलने के कारण किसानों को व्यवसायियों की मरजी पर धान बेचना पड़ रहा है. सहकारिता विभाग के अनुसार, राज्य की 8,463 पैक्स में मात्र 307 में ही धान की खरीद हो रही है. पैक्स को इस साल 24 लाख मीटरिक टन धान की खरीद करनी है.

धान खरीद की घोषणा के 55 दिन बाद तक महज 7712.78 मीटरिक टन धान की ही खरीद हुई है. पैक्स में सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1310 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है. फिलहाल क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसानों को 1150 -1200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेचना पड़ रहा है. किसानों की शिकायत है कि केंद्र नहीं खुलने का फायदा व्यवसायी उठा रहे हैं.

फिलहाल 14 जिलों में एक भी पैक्स में क्रय केंद्र नहीं खुले हैं, जिनमें वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर,नालंदा, बांका, जमुई, शेखपुरा, बेगूसराय, खगड़िया, दरभंगा, समस्तीपुर, गोपालगंज, मधेपुरा व सहरसा जिला शामिल हैं.

कहते हैं किसान : पटना जिले के पालीगंज के किसान राजीव रंजन ने कहा कि क्रय केंद्र नहीं खुलने के कारण अब मजबूरी में किसान साहूकारों को धान बेच रहे हैं. साहूकारों से पंजाब व छत्तीसगढ़ के व्यवसायी धान खरीद रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार जल्द धान की खरीद शुरू कराने के लिए पैक्स पर दबाव बनाये. बगहा जिले के रामनगर के किसान दीपक दुबे ने कहा कि क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसानों को परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि यहां तो कोई धान का खरीदार ही नहीं है. दुबे ने कहा कि यही हाल रहा,तो व्यवसायी इसका फायदा उठायेंगे. रोहतास के किसानों का भी यही कहना है.

कहता है मिलर्स एसोसिएशन : राइस मिलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राम कुमार झा ने कहा कि धान क्रय केंद्र नहीं खुलने का फायदा फायदा नेपाल और पंजाब के व्यवसायी उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य का बेहतरीन चावल वाला धान बाहर जा रहा है. रक्सौल बॉर्डर से लगभग एक हजार ट्रक धान रोज नेपाल जा रहा है.

नेपाल का दावा : नेपाल सरकार के वित्त मंत्रलय ने बताया कि जुलाई, 2012 से जून, 2013 तक नेपाल ने बिहार से 5 लाख 29 हजार 516 टन चावल और इसी अवधि में दो लाख 57 हजार 208 टन धान का आयात किया है.

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