पटना : राजधानी के पॉश इलाके में चोरों की धमा-चौकड़ी तेज हो गयी है. चोरी की घटनाएं ताबड़-तोड़ बढ़ रही हैं. अप्रैल माह के महज 15 दिनों के पुलिस आंकड़े देखें तो साफ पता चलता है कि पुलिस रात्रि गश्ती के बजाय सो रही है और चोर मकानों में हाथ साफ कर रहे हैं. ताला […]
पटना : राजधानी के पॉश इलाके में चोरों की धमा-चौकड़ी तेज हो गयी है. चोरी की घटनाएं ताबड़-तोड़ बढ़ रही हैं. अप्रैल माह के महज 15 दिनों के पुलिस आंकड़े देखें तो साफ पता चलता है कि पुलिस रात्रि गश्ती के बजाय सो रही है और चोर मकानों में हाथ साफ कर रहे हैं. ताला बंद मकान, अपार्टमेंट, दुकान और धनबली लोगों के आवास चोरों के टारगेट पर हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि सर्वाधिक घटनाएं पटना सिटी एसपी मध्य के इलाके में हो रही है, जबकि इसके मुकाबले पूर्वी व पश्चिमी इलाके में चोरी की घटनाएं कम हो रही हैं. मतलब कि शहर के वीआइपी इलाकों में पुलिस चोरों पर नकेल कसने में फिसड्डी साबित हो रही है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का आवास हो या शहर के अन्य वीआइपी के आवास, चोरों की करतूत हर जगह महसूस की जा रही है. पुलिस चोरी की घटनाओं का खुलासा तो कर रही है, पर उसे रोक पाने में असफल दिख रही है. यहां बता दें कि प्रदेश भर में शराब बंदी के बाद हत्या, मारपीट, दुर्घटना, घरेलू हिंसा के मामले में बड़े पैमाने पर कमी आयी है, पर चोरी जैसे अपराध नहीं रुक रहे हैं. राजधानी के पॉश इलाके जहां सुरक्षा के विशेष इंतजाम की बात होती है, पुलिस वहीं फेल दिख रही है.
मकानों में सेंध लगाने की घटना हो या फिर ताला तोड़ कर चोरी करने का मामला, सिटी एसपी मध्य का इलाका इसमें अव्वल दिख रहा है. यहां तक कि वाहन चोरी की घटनाआें में भी पूर्वी और पश्चिमी के मुकाबले मध्य का इलाका सबसे आगे है. एक अप्रैल से 15 अप्रैल तक मध्य क्षेत्र के थानों में दर्ज चोरी के मामले को देखें तो सेंधमारी की 13 घटनाएं, ताला तोड़ कर चोरी की 27 घटनाएं और वाहन चोरी की 25 घटनाएं हुई हैं, जो अन्य दोनों सिटी एसपी के इलाकों में हुई चोरी की घटनाओं से ज्यादा है.
नगर अनुमंडल क्षेत्र में पांच लाख की है आबादी
राजधानी के नगर अनुमंडल क्षेत्र की आबादी करीब पांच लाख से ज्यादा है. इसकी सुरक्षा के लिए कुल 13 थाने हैं. इसके अलावा तीन डीएसपी का क्षेत्र है. इसमें नगर अनुमंडल के तीन थाने सदर डीएसपी के अंदर में हैं, जबकि लाॅ एंड ऑडर्र के अंदर में पांच और सचिवालय डीएसपी के अंदर में पांच थाने आते हैं.