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कुछ नहीं, सब दिन के लिए शराबबंदी : सीएम
सीएम बोले. किसी भी राज्य में शराबबंदी के पक्ष में हुए नागरिक आंदोलन में होंगे शरीक नीतीश कुमार ने कहा कि जब बिहार में शराबबंदी हो सकती है तो मध्य प्रदेश में क्यों नहीं. तमिलनाडु में सारी पार्टियों ने इसके पक्ष में घोषणा की है. पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री […]
सीएम बोले. किसी भी राज्य में शराबबंदी के पक्ष में हुए नागरिक आंदोलन में होंगे शरीक
नीतीश कुमार ने कहा कि जब बिहार में शराबबंदी हो सकती है तो मध्य प्रदेश में क्यों नहीं. तमिलनाडु में सारी पार्टियों ने इसके पक्ष में घोषणा की है.
पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कुछ दिनों के लिए नहीं बल्कि सब दिन के लिए है. वह छोड़ने वाले नहीं हैं. 25 अप्रैल से प्रमंडलों का दौरा करने वाले हैं. सब चीजों पर निगाहें होंगी. उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने से शराबबंदी के पक्ष में आवाज उठ रही है. शराबबंदी के पक्ष में जहां-जहां मुहिम चल रही है, हम उन्हें सैल्यूट करते हैं.
जिस किसी राज्य में शराबबंदी के पक्ष में नागरिक आंदोलन होगा, वह उसमें शरीक होंगे. उन्होंने यूपी की चर्चा करते हुए कहा कि इस साल वहां की सरकार ने देशी शराब की खपत 32.02 करोड़ लीटर खपत का लक्ष्य रखा है. हम जायेंगे लखनऊ और सवाल करेंगे कि इतना शराब किसे पिलाया जायेगा या फिर इसे बिहार भेजा जायेगा. जब बिहार में शराबबंदी हो सकती है तो मध्य प्रदेश में क्यों नहीं.
तमिलनाडु में सारी पार्टियों ने इसके पक्ष में घोषणा की है. उन्होंने दूसरे प्रदेशों के जदयू नेताओं से कहा कि वह शराबबंदी को लेकर अपने राज्यों में मुहिम चलाएं. इससे आपको राजनीतिक लाभ नहीं बल्कि, सामाजिक लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि इससे दुर्घटनाएं कम हो रही है. लहरिया कट बाइकर्स पर भी लगाम लगा है. शादी विवाह में सौ मीटर जाने में दो घंटे लग जाते थे, इन सब पर रोक लगी है. उन्होंने महिलाओं से कहा कि वह पड़ोसी राज्यों की सीमा पर नजर रखें , कौन उस पार जा रहा है और कौन मस्त हो कर आ रहा है. एक बार शाम के समय वह किसी चुनावी सभा में पहुंचे तो बीच से जिंदाबाद के नारे लगे, पता चला कि सारे लोग पी कर टुल्ल हैं. जब वह शरीर से आधे लीवर के आदमी थे तो वैशाख के महीने में उन्हें गोद में लोगों ने उठा लिया. सारे नशे में थे.
इसी मंच से की थी शराबंबदी की घोषणा : नौ जुलाई, 2015 को इसी मंच पर जब कुछ महिलाओं ने शराबबंदी की मांग की तो हमने चुनाव बाद शराबबंदी लागू करने की घोषणा की थी. सरकार में आते ही हमने घोषणा की कि एक अप्रैल 2016 से राज्य में चरणबद्ध तरीके से शराबबंदी लागू कर दी जायेगी.
सात निश्चयों को हम कर रहे लागू : हमने अपनी घोषणाओं पर अमल की है. शराबबंदी लागू किया. सात निश्चय को भी लागू कर रहे हैं.
दो अक्तूबर से स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड बाटे जायेंगे. हमने भी कैपिटल वेंचर की योजना लायी है. इससे नये निवेशकों को सरकार मदद करेगी.
उन्होंने स्टार्ट अप इंडिया की चर्चा करते हुए कहा कि रोज नये नारेगढे जा रहे हैं.
जीवन है कुछ करने के लिए : जीवन कुछ करने के लिए मिला है सिर्फ जीने के लिए नहीं. उन्होंने कहा कि मुझे आयु की चिंता नहीं हे. अधिक उम्र तक जीने वाले का कोई अधिक दिनों तक नाम नहीं लेता. बल्कि कम उम्र जीने वाले शहीद भगत सिंह और स्वामी विवेकानंद को अधिक लोग जानते हैं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद कुछ लोग गालियां भी दे रहे हैं तो कुछ अच्छी बात भी कह रहे.
लोग भले जितनी गालियां दें, श्राप दें उन्हें खुशी ही होगी. उन्होंने कहा आलेख लिखने और भाषण् देने से नहीं बल्कि, सही मायने में यदि गांधी, लोहिया और जेपी के उत्तराधिकारी बनना चाहते हैं तो शराबबंदी के पक्ष में मुहिम में साथ देना चाहिए.
सवा घंटे में राष्ट्रीय अध्यक्ष से पूर्व अध्यक्ष बन गये शरद यादव
पटना. जदयू की राष्ट्रीय परिषद् की बैठक जब शुरू हुई तो शरद यादव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, लेकिन बैठक के सवा घंटे बाद ही वे पार्टी के पूर्व अध्यक्ष बन गये. श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में 11.20 मिनट में शरद यादव के पहुंचने के बाद बैठक शुरू हुई. मंच का संचालन पार्टी के प्रधान महासचिव सह सांसद केसी त्यागी ने किया. सबसे पहले जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सिंह ने स्वागत भाषण किया. इसके बाद शरद यादव का संबोधन हुआ. उन्होंने करीब 25 मिनट तक अपना संबोधन किया. शरद यादव के संबोधन के बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी के प्रस्ताव को के. सी. त्यागी ने पढ़ा, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के लिए सहमति हुई थी. फिर उस फैसले का राष्ट्रीय परिषद् की ओर से जदयू के कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष रामदेव गौड़ा, केरल के उपाध्यक्ष जॉर्ज वर्गिस और उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरंजन भइया ने समर्थन किया. 12.35 बजे सर्वसम्मति से राष्ट्रीय कार्यकारिणी के फैसले को राष्ट्रीय परिषद् के सदस्यों ने दोनों हाथ उठाकर सर्वसम्मति से पारित कर कर दिया. इसके बाद जदयू के नेता-कार्यकर्ताओं ने पार्टी के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार का अभिनंदन किया.
देश को जब-जब जरूरत पड़ी है बिहार ने शख्सियत खड़ा किया है. नीतीश कुमार के जैसा भारतीय राजनीतिक में कोई विकल्प नहीं दिख रहा है. सिर्फ घोषणाओं के आधार पर देश नहीं चलाया जा सकता है. किसी की जुबान नहीं बोलनी चाहिए, उसके काम बोलने चाहिए. केंद्र में मुखौटा कोई और है और शासन कहीं और से चल रहा है. शराबबंदी की मशाल को देश भर में जलाना है. हमारे पास स्पष्ट नीति, सोच व ताकतवर नेतृत्व है, इसी के बल पर हम देश में झंडा फहराने का काम करेंगे.
वशिष्ठ नारायण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू
केंद्र की भाजपा की सरकार की साख तीन से छह महीने में ही गिर गयी थी. कर्नाटक के लोग पूछते थे कि शरद यादव और नीतीश कुमार अपनी पार्टी का विस्तार कब करेंगे. अब पार्टी का पूरे देश में विस्तार का समय आ गया है.
रामदेव गौड़ा, कर्नाटक से आये विधायक
सांप्रदायिकता को मिली शक्ति के खिलाफ धर्मनिरपेक्षता को आगे बढ़ाने की जरूरत है. केरल में सोशलिस्ट पार्टी जदयू से जुड़ गयी है और सात सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
जॉर्ज वर्गिस, केरल में जदयू के उपाध्यक्ष
झारखंड में भी शराबबंदी जोर-शोर से की जायेगी. इसकी शुरुआत धनबाद से की जायेगी. नीतीश कुमार दूरदर्शी सोच वाले हैं. जो कहते हैं उसे मुकाम तक पहुंचाते हैं.
जलेश्वर महतो, प्रदेश अध्यक्ष, झारखंड
शराबबंदी के लिए मुख्यमंत्री को बधाई.
अफजल अब्बास,
राष्ट्रीय अध्यक्ष, अकलियत सेल
शरद यादव ने शानदार उत्तराधिकारी चुना है. नीतीश कुमार ने जिस प्रकार बिहार का विकास और नाम रोशन किया है, देश में पार्टी को उस स्तर पर ले जायेंगे.
डाॅ प्रत्युष नंदन, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू छात्र संघ
नीतीश कुमार के नेतृत्व में नौजवान, महिलाओं आदि को काम करने का मौका मिलेगा. अब पार्टी को दो नेता शरद यादव व नीतीश कुमार देखेंगे.
सुरेश निरंजन भैया, यूपी के प्रदेश अध्यक्ष
देश भर में शरद व नीतीश निकल जायेंगे तो इन्कलाब हो जायेगा. शरद यादव ने डाॅ लोहिया व जयप्रकाश के साथ काम करते हुए कांग्रेस को उखाड़ने का काम किया. देश को बचाने के लिएकार्यक्रम करना होगा.
गोविंद यादव, मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष
रेल मंत्री रहते नीतीश कुमार दो बार मणिपुर आये थे. अभी उनकी तसवीर लगा कर चुनाव लड़ते हैं. नीतीश कुमार को मणिपुर आने का आमंत्रण दिया है.
थांबी सिंह, मणिपुर के प्रदेश अध्यक्ष
आजादी के बाद देश में ऐसी सरकार बनी है जो सौ फीसदी झूठ बोलती है. इनसान से इनसान को लड़ाने का काम कर रही है. लोगों को बोलने का अधिकार छीन रही है.
शैलेंद्र यादव, युवा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष
नीतीश कुमार के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद संघवाद के खिलाफ माहौल बन गया है. पूरे देश में इससे गैर भाजपा दलों को गोलबंद होने का मौका मिला है.
रामचंद्र भारती, बिहार विधान परिषद के सदस्य सह प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष
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