17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

डीएम अंकल, आठ बजे बाद कब से खुलेगा

डीएम अंकल, आठ बजे बाद कब से खुलेगा स्कूल, नींद नहीं होती पूरी – नये सत्र से आठ बजे के बाद स्कूल खाेलने का पटना जिलाधिकारी ने दिया था निर्देश संवाददाता4पटनाकेस वन – अंशुमान इस बार पांचवीं क्लास में गया है. स्कूल सुबह 6.30 बजे खुल जाता है. स्कूल समय पर पहुंचने के लिए उसे […]

डीएम अंकल, आठ बजे बाद कब से खुलेगा स्कूल, नींद नहीं होती पूरी – नये सत्र से आठ बजे के बाद स्कूल खाेलने का पटना जिलाधिकारी ने दिया था निर्देश संवाददाता4पटनाकेस वन – अंशुमान इस बार पांचवीं क्लास में गया है. स्कूल सुबह 6.30 बजे खुल जाता है. स्कूल समय पर पहुंचने के लिए उसे सुबह साढ़े चार बजे ही मम्मी जगा देती है. फ्रेश होने और तैयार होने में अंशुमान को एक घंटा लग जाता है. साढ़े पांच बजे तक उसे बस स्टॉप पहुंच जाना होता है. स्कूल में पढ़ाई करने के बाद जब वह घर लौटता है तो तीन बज जाते हैं. इस नये सत्र में वह दो दिन स्कूल जा पाया और तीसरे ही दिन बीमार हो गया.ऐसी स्थिति सिर्फ अंशुमान की नहीं बल्कि स्कूल जाने वाले तमाम बच्चों की है. चार बजे आंख मलते उठना. जैसे तैसे मम्मी ने तैयार किया. एक घंटे में सारा काम करके जबरदस्ती बस स्टॉप पर पहुंचा देना. मम्मी ने बस में बैठा दिया. आधे-एक घंटे में स्कूल पहुंचे. सुबह से दोपहर तक स्कूल में रहे. बीच में आधा घंटा का लंच ब्रेक मिला. दोपहर में छुट्टी हुई, बस में जाम में फंसी तो घंटा दो घंटा घर पहुंचने में लगा. पूरा दिन निकल गया लेकिन आराम करने का कोई मौका नहीं. शाम में होम ट्यूटर से पढ़ाई और होमवर्क करने का प्रेशर. कुछ ऐसा ही रूटीन इन दिनों स्कूल जाने वाले सभी बच्चों का है. ऊंची क्लास के बच्चे तो फिर भी थोड़ा सहन कर लेते हैं, लेकिन 5 से 12 साल तक के बच्चों की स्थिति खराब हो जाती है. – 11 फरवरी को दिया था निर्देशपटना जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने 11 फरवरी को हुई बैठक में तमाम स्कूलों को आठ बजे के बाद स्कूल खोलने का निर्देश दिया था. लेकिन, डीएम के इस निर्देश की खुलेआम धज्जियां उड़ायी जा रही हैं. टाइमिंग के मामले में स्कूलों की मनमानी जारी है.- आठ से 10 घंटे की नींद जरूरीस्कूल प्रशासन से डीएम संजय अग्रवाल ने कहा था कि बच्चों की नींद पूरी नहीं होती है. आम तौर पर बच्चे रात में तभी सोते हैं जब उनकी मम्मी सोती है. ऐसे में 10-11 बज ही जाते हैं. यानी बच्चों को मुश्किल से छह से साढ़े छह घंटे की नींद मिल पाती है. बच्चों के लिए आठ से 10 घंटे की नींद बेहद जरूरी है. इससे कम नींद मानसिक विकास को बाधित कर सकता है और बच्चे बीमार भी ज्यादा होते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें