दरअसल मुजामिल हसन से अबू-धाबी के लिए वीजा दिलाने के नाम पर ठगी हुई है. उससे बैंक एकाउंट से दो बार तथा कैश एक बार पैसा लिया गया है. कुल 1.30 लाख रुपये लेने के बाद भी उसे आज तक न वीजा मिला और न ही पैस ही वापस हुए. इसी प्रकार लखनऊ के शेख अब्दुला के 2.40 लाख रुपये इसी गैंग ने ठग लिये. इस तरह के सैकड़ों युवक इस फर्जी कंपनी के हाथों ठगी के शिकार हुए हैं. दिल्ली में इस नाम की असली कंपनी है और वहां के अधिकारियों ने दिल्ली पुलिस को जानकारी दी है. कंपनी के नाम पर फर्जी लाइसेंस बनाने और अवैध वसूली करने की शिकायत की गयी है. उधर दुली घाट के रहनेवाले मुजामिल ने शनिवार को डीएसपी मुख्यालय से मिल कर केस दर्ज करने की शिकायत की थी. रविवार को भी मामला दर्ज नहीं हुआ है.
Advertisement
डुप्लीकेट लाइसेंस से खोला था लखनऊ में आॅफिस
पटना : दिल्ली में केके ओवरसीज कंपनी का असली ब्रांच है. इसी ब्रांच के नाम पर लखनऊ का गैंग डुप्लीकेट लाइसेंस बना कर धोखाधड़ी कर रहा था. लखनऊ में खोले गये इस फर्जी शाखा कार्यालय से करीब करोड़ों रुपये ऐंठ कर यह गैंग फरार हो गया है. इस गैंग को दिल्ली पुलिस भी खोज रही […]
पटना : दिल्ली में केके ओवरसीज कंपनी का असली ब्रांच है. इसी ब्रांच के नाम पर लखनऊ का गैंग डुप्लीकेट लाइसेंस बना कर धोखाधड़ी कर रहा था. लखनऊ में खोले गये इस फर्जी शाखा कार्यालय से करीब करोड़ों रुपये ऐंठ कर यह गैंग फरार हो गया है. इस गैंग को दिल्ली पुलिस भी खोज रही है, वहीं पटना में डीएसपी हेड क्वार्टर के आदेश के बावजूद ठगी के शिकार हुए मुजामिल हसन का केस खाजेकलां थाने में दर्ज नहीं हो सका है. पटना के इस युवक के साथ 1.30 लाख रुपये की ठगी हुई है.
दरअसल मुजामिल हसन से अबू-धाबी के लिए वीजा दिलाने के नाम पर ठगी हुई है. उससे बैंक एकाउंट से दो बार तथा कैश एक बार पैसा लिया गया है. कुल 1.30 लाख रुपये लेने के बाद भी उसे आज तक न वीजा मिला और न ही पैस ही वापस हुए. इसी प्रकार लखनऊ के शेख अब्दुला के 2.40 लाख रुपये इसी गैंग ने ठग लिये. इस तरह के सैकड़ों युवक इस फर्जी कंपनी के हाथों ठगी के शिकार हुए हैं. दिल्ली में इस नाम की असली कंपनी है और वहां के अधिकारियों ने दिल्ली पुलिस को जानकारी दी है. कंपनी के नाम पर फर्जी लाइसेंस बनाने और अवैध वसूली करने की शिकायत की गयी है. उधर दुली घाट के रहनेवाले मुजामिल ने शनिवार को डीएसपी मुख्यालय से मिल कर केस दर्ज करने की शिकायत की थी. रविवार को भी मामला दर्ज नहीं हुआ है.
पैसा वसूलने के बाद बदल लेता है स्टेट : दिल्ली में केके ओवरसीज कंपनी की एचआर नेहा सेठी के मुताबिक यह फर्जी गैंग है, जो फर्जी कागजात तैयार कर वीजा के नाम पर पैसा वसूलता है. यह गैंग युवकों से पैसा वसूल लेने के बाद जगह बदल देता है. कुछ दिन अंडर ग्राउंड रहने के बाद दूसरे स्टेट में जाकर फिर से फर्जीवाड़ा शुरू कर देता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement