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सीएम को सुनाई नहीं पड़ती है जनता के दर्द की आवाज
आक्रोश मार्च . एनडीए उतरा सड़क पर, लगाया आरोप पटना : राज्य की विधि व्यवस्था, राजनीतिक हत्या धान खरीद में सरकार की विफलता, संगठित अपराध और राज्य सरकार की हर क्षेत्र में विफलताको लेकर मंगलवार को एनडीए ने आक्रोश मार्च निकाला और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की़ आर ब्लाॅक के पास सभा की. भाजपा कार्यालय […]
आक्रोश मार्च . एनडीए उतरा सड़क पर, लगाया आरोप
पटना : राज्य की विधि व्यवस्था, राजनीतिक हत्या धान खरीद में सरकार की विफलता, संगठित अपराध और राज्य सरकार की हर क्षेत्र में विफलताको लेकर मंगलवार को एनडीए ने आक्रोश मार्च निकाला और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की़ आर ब्लाॅक के पास सभा की.
भाजपा कार्यालय से शहीद स्मारक के लिए निकले मार्च को प्रशासन में आर ब्लाक के पास रोक दिया तथा गेट तोड़ने का प्रयास कर रहे प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन से पानी की बौछार की. आक्रोश मार्च का नेतृत्व प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मंगल पांडेय, विधानसभा में लोक लेखा समिति के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, विपक्ष के नेता प्रेम कुमार, लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान, लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, रालोसपा के अध्यक्ष अरूण कुमार व ललन पासवान, हम के वृषिण पटेल आदि ने किया.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पांडेय ने कहा कि राज्य की बद से बदतर होती हालत को देख नीतीश सरकार के ढाई माह बाद के शासन के बाद एनडीए को सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ा है. नीतीश सरकार अपने ढाई माह के शासन में कुछ कर नहीं पायी है, सिवाय विपक्ष पर दोषारोपण के. राज्य के अधिसंख्य जिलों में निकला ‘आक्रोश मार्च’ स्पष्ट करता है कि सरकार की करतूतों के खिलाफ जनता में कितना गुस्सा है. नीतीश कुमार को न तो राज्य की स्थिति दिखाई पड़ रही है और न कानों में जनता के दर्द की आवाज सुनाई पड़ रही है.
हालात ऐसे हो गये हैं कि जब अत्याधुनिक हथियारों से लोग मारे जा रहे हैं, तो इसका स्पष्ट संकेत है कि जनता भी अत्याधुनिक अवैध हथियार आत्मरक्षार्थ रखे. लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि राज्य में हत्या, लूट और अपहरण का बोलबाला है. लेकिन मुख्यमंत्री कहते हैं कायम है कानून का राज. राजनीतिक हत्याओं की बढ़ती घटनाओं ने विपक्ष को सड़क पर उतरने को मजबूर कर दिया है.
रालोसपा के ललन पासवान ने कहा कि राज्य में शासन नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है. भाजपा नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि अपहरण और रंगदारी की मांग ने निर्माण कार्य में जुटी एजेंसियों और व्यापारी वर्ग को राज्य से पलायन करने को मजबूर कर दिया है. प्रतिपक्ष के नेता डाॅ प्रेम कुमार ने कहा कि धान की खरीद में सरकार की विफलता से किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं . डाॅ सीपी ठाकुर ने आंदोलन को और धारदार बनाने का आह्वानकिया. हम के वृशिण पटेल ने नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार की ढाई माह की उपलब्धि शून्य है.
आक्रोश मार्च में भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक अरूण कुमार सिन्हा, सांसद वीणा देवी , लोजपा नेत्री नूतन सिंह, सत्यानंद शर्मा, विनोद नारायण झा, संजय मयूख, प्रेम रंजन पटेल , पूर्व सासंद अनिल यादव , संजीव चौरसिया, नीतीन नवीन, निरज कुमार बब्लू, सच्चिदानन्द राय, विवेक ठाकुर, योगेन्द्र पासवान, धीरेन्द्र सिंह, अरविंद सिंह , ब्रजेश रमण ,दानिश रिजवान, विजय यादव अनिल शर्मा, सीताराम पांडेय आिद थे.
संजय गुप्ता, अभय गिरी, अशोक भट्ट, किरण कुमारी, अनामिका शंकर, अनामिक पासवान सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे.
नेताओं ने कहा
अंधे और बहरे हो गये हैं सीएम : मंगल
राज्य में अपराधियों का बोलबाला: चिराग
अपहरण-रंगदारी जोरों पर : नंदकिशोर
आत्म हत्या कर रहे हैं किसान: प्रेम कुमार
राज्य में शासन नाम की चीज नहीं: ललन
शासन का रिमोट बड़े भाई के हाथ में: वृशिण
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