राजधानी पटना को खूबसूरत बनाने की सरकार की चार कवायदें
गांधी मैदान में लगेंगे 32 सीसीटीवी कैमरे
पटना. 16 फरवरी से गांधी मैदान पर 32 तीसरी आंखों का पहरा होगा. मैदान में कुल 32 सीसीटीवी कैमरे 15 फरवरी तक लग जायेंगे और 16 फरवरी से मैदान और आस-पास होनेवाली हर गतिविधि पल-पल कैद होती रहेगी. सभी सीसीटीवी कैमरों की मॉनीटरिंग गांधी मैदान में कंट्रोल रूम से की जायेगी. इसके साथ-साथ दो और जगहों कमिश्नरी और एसएसपी ऑफिस में इसकी कनेक्टिविटी होगी. यह निर्णय बुधवार को श्री कृष्ण स्मारक विकास समिति की शासी निकाय की बैठक में लिया गया. कमिश्नर आनंद किशोर ने बताया कि गांधी मैदान में हर गतिविधि लगातार रिकॉर्ड होती रहेगी. और मैदान की सुरक्षा सुदृढ़ होगी.
उन्होंने कहा कि मैदान परिसर में पहले से बने आठ नियंत्रण कक्ष के ऊपर कुल आठ वॉच टावर बनेंगे. भवन निर्माण विभाग के इइ इसके लिए पंद्रह दिनों में इस्टीमेट प्रस्तुत करेंगे.
लगेंगी आकर्षक लाइटें
बैठक में मैदान को आकर्षक बनाने के लिए लाइटिंग की समुचित व्यवस्था करने के लिए बुडको द्वारा तैयार की गयी परियोजना को स्वीकृति दी गयी. अब मैदान में कलात्मक शैली की सुंदर लाइटें लगायी जायेंगी. आयुक्त ने निर्देश दिया कि गांधी मैदान के अंदर बनी हुई सीमेंटेड सड़क से सटी एक कच्ची सड़क का निर्माण कराया जायेगा ताकि लोग मॉर्निंग वॉक कर सकें.
सेंट्रल ट्रैक का होगा पक्कीकरण
डीएम एसके अग्रवाल ने अनुरोध किया कि मैदान में सेंट्रल ट्रैक के आसपास काफी धूल जमी रहती है. इसी ट्रैक पर गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस के दौरान पुलिस बल का रिहर्सल परेड भी कराया जाता है. अत: इस ट्रैक का पीसीसी कराते हुए पक्कीकरण कराया जाये. इस पर आयुक्त ने ट्रैक को सात मीटर चौड़ा और लगभग छह इंच ऊंचा करते हुए पीसीसी कराने का आदेश दिया. भवन निर्माण विभाग के इइ इसका इस्टीमेट बनायेंगे.
एसके मेमोरियल हॉल व परिसर का होगा सौंदर्यीकरण
श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल का सौंदर्यीकरण तथा कैंपस डेवलपमेंट करने का निर्णय लिया गया. इसके लिए आर्किटेक्ट कपूर एण्ड एसोसियेट्स को प्रस्ताव तथा प्राक्कलन तैयार करने को कहा गया है. इसके साथ ही मैदान के बाहर चारों ओर बाउंड्री से सटी कच्ची जमीन के ऊपर सीमेंट से हल्का स्लोप देकर अलग-अलग वाहनों के लिए पार्किंग जोन बनेगा. इससे चारों तरफ पार्किंग की सुविधा विकसित होगी और साथ ही बाउंड्री के बाहर की गंदगी दूर की जा सकेगी.
गांधी मैदान की बेहतरी के लिए ये कदम
– गांधी मैदान में प्लेजोन एवं ग्रीनजोन होगा चिह्नित
– फ्लैग पोस्ट के पास के हाइ मास्ट लाइट को हटाया जायेगा ताकि यह ओवर शैडो न करे
– गांधी मैदान थाने के आसपास गाड़ियों का डंपिंग यार्ड भी हटेगा
– मैदान के मुख्य मंच का साइज बढ़ाकर 85 फीट गुणा 45 फीट होगा. अभी मुख्य मंच 70 गुणा 40 फीट है.
– मैदान के पाथवे पर चेकर्ड टाइल्स लगेंगे.
– मैदान में फुटबॉल गोल पोस्ट का निर्माण पोर्टेबल होगा. इसे खेल के बाद हटाया भी जा सकेगा
बढ़ेगा पटना एयरपोर्ट के टर्मिनल का दायरा
पटना. अब पटना एयरपोर्ट का टर्मिनल भी दिल्ली व मुंबई जैसे महानगरों की तरह दिखेगा. इसके लिए मंत्रालय से भी अनुमति मिल गयी है. इंजीनियरों की टीम मार्च में पटना एयरपोर्ट आयेगी और अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को भेजेगी, जिसके बाद यहां काम शुरू हो जायेगा. टर्मिनल को बढ़ाने से लांच की दूरी बढ़ जायेगी और सुरक्षा घेरा भी मजबूत हो जायेगा. यात्रियों को भी परेशानी नहीं होगी और जो यात्रियों को लेने आयेंगे उनको भी परेशानी नहीं होगी. जब टर्मिनल को आगे की ओर बढ़ाया जायेगा, तो लांच का दायरा बढ़ जायेगा और जब यात्री अंदर जायेंगे, तो उनके लिए वोडिंग एरिया बड़ा मिलेगा.
इसके बाद उनके सामान व उनकी जांच भी कई स्तर पर हो पायेगी.
कोट
महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनेगा पुल
पटना. महात्मा गांधी सेतु के समानांतर पश्चिम की तरफ केंद्र सरकार नया पुल बनायेगी. नये पुल के निर्माण को लेकर बुधवार को केंद्रीय भूतल परिहवहन मंत्रालय और पथ विकास मंत्रालय के अधिकारियों की टीम ने स्थल का निरीक्षण किया. अधिकारियों ने पटना के जीरो माइल से महात्मा गांधी सेतु होते हुए हाजीपुर में रामाशीष चौक तक जाकर वस्तुस्थिति देखी. नया पुल जीरो माइल से हाजीपुर के रामाशीष चौक तक बनाया जायेगा. नये पुल के निर्माण के लिए स्थल निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने महात्मा गांधी सेतु के पश्चिम नये पुल के निर्माण पर सहमति व्यक्त की है.
नये पुल के निर्माण को लेकर उसकी स्टडी के लिए कंसल्टेंट का भी केंद्रीय टीम के साथ आना हुआ. नये पुल के डिजाइन व उसकी डीपीआर तैयार करने के लिए विदेशी एजेंसी सतारा को दिया गया है. कंसल्टेंट को पुल की डीपीआर शीघ्र बनाने के लिए कहा गया, ताकि आगे का काम तेजी से शुरू हो सके. स्थल निरीक्षण के बाद केंद्रीय अधिकारियों का दल उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से भी मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक करीब घंटे भर तक उप मुख्यमंत्री के साथ रहे केंद्रीय टीम के सदस्यों ने नये पुल को लेकर चर्चा की. केंद्रीय टीम के अधिकारियों ने बताया कि नये पुल के डिजायन व डीपीआर बनाने के लिए कंसल्टेंट को दिया गया है. डीपीआर बनने के बाद आगे काम शुरू होगा
केंद्रीय पथ विकास मंत्रालय के महानिदेशक एस एन दास के नेतृत्व में पांच अधिकारियों की टीम ने नये पुल के निर्माण हेतु स्थल निरीक्षण किया. एनएच के अाधिकारिक सूत्र ने बताया कि महात्मा गांधी सेतु के ठीक बगल में पश्चिम में नये पुल के निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार होने के बाद राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव भेजा जायेगा. राज्य सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र की अनुमति मिलने के बाद काम शुरू होगा.
केंद्र द्वारा महात्मा गांधी सेतु के समानांतर नये पुल के निर्माण की घोषणा की गयी थी. इसके बाद राज्य सरकार द्वारा नये पुल के निर्माण को लेकर केंद्र पर अक्सर दवाब बनाया जाने लगा. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने केंद्रीय भूतल व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिल कर नये पुल के निर्माण का मामला उठाया था. केंद्रीय मंत्री ने आश्वस्त किया था कि नये पुल के निर्माण के लिए केंद्रीय टीम जाकर निरीक्षण करेगी. इस बाबत केंद्रीय टीम ने आकर स्थल निरीक्षण किया. टीम के साथ-साथ एनएच पथ निर्माण विभाग के अधिकारी शामिल थे.
गौरतलब है कि गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के समानांतर कच्ची दरगाह से विदुपुर तक नये पुल के निर्माण कार्य का विधिवत आरंभ किया गया है.