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उत्पादन करना महंगा, तो प्राइवेट कंपनी से खरीद कर ही क्यों न करें बिजली आपूर्ति
जनसुनवाई. पावर जेनरेशन और ट्रांसमिशन कंपनी के टैरिफ पर लोगों ने रखा पक्ष बीआइए व चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों ने बिजली की दर बढ़ाने पर जतायी नाराजगी पटना : बिजली की नयी टैरिफ दर को लेकर सोमवार से पटना में जनसुनवाई शुरू हो गयी है. इसमें कंपनी प्रतिनिधि की ओर से बताया गया कि […]
जनसुनवाई. पावर जेनरेशन और ट्रांसमिशन कंपनी के टैरिफ पर लोगों ने रखा पक्ष
बीआइए व चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों ने बिजली की दर बढ़ाने पर जतायी नाराजगी
पटना : बिजली की नयी टैरिफ दर को लेकर सोमवार से पटना में जनसुनवाई शुरू हो गयी है. इसमें कंपनी प्रतिनिधि की ओर से बताया गया कि बिजली उत्पादन कॉस्ट थोड़ा बढ़ रहा है. इसकी भरपाई के लिए बिजली की कीमत बढ़ानी होगी. वहीं, दूसरे पक्ष का कहना था कि बिजली उत्पादन से कॉस्ट काफी बढ़ रहा है, तो क्यों न प्राइवेट कंपनी से बिजली खरीदें.
जनसुनवाई में उपभोक्ताओं की ओर से बीआइए व चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों ने पक्ष रखा और दर बढ़ाने पर जतायी नाराजगी. यह सुनवाई मंगलवार और बुधवार को भी जारी रहेगी. इन दो दिनों में सप्लाइ को लेकर जनसुनवाई होगी.
कंपनी की दलील : डीजल-कोयला से उत्पादन करते हैं इसलिए बढ़ी लागत
बिहार राज्य विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष एसके नेगी की अध्यक्षता में आयोजित जन सुनवाई में कार्यपालक अभियंता राजीव कुमार सिंह ने कहा कि सूबे में कांटी व बरौनी थर्मल पावर प्लांट से बिजली उत्पादन होता है. बरौनी थर्मल पावर प्लांट में सात यूनिट लगायी जानी है.
इसमें पांच यूनिट से बिजली उत्पादन किया जा रहा है. डीजल व कोयला से बिजली उत्पादन किया जा रहा है, जिससे कॉस्ट थोड़ा बढ़ रहा है. इसकी भरपाई करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2015-16 में 3.95 रुपये प्रति यूनिट स्वीकृत था, जिसे 4.77 रुपये करने करने की जरूरत है. साथ ही वित्तीय वर्ष 2016-17 में 4.81 रुपये प्रति यूनिट करने का भी प्रस्ताव रखा.
उपभोक्ता का तर्क: प्राइवेट कंपनी से खरीदेंगे, तो सस्ती बिजली मिलेगी
बीआइए के संजय भरतिया ने कहा कि सूबे में बिजली उत्पादन से कॉस्टकाफी बढ़ रहा है. जबकि, प्राइवेट कंपनी से बिजली खरीदने में प्रति यूनिट एक रुपया खर्च आयेगा. इस स्थिति में अच्छा रहेगा कि बाजार से बिजली खरीद कर आपूर्ति की जाये. इससे सस्ते में बिजली मिलेगी.
जनसुनवाई बिहार राज्य विद्युत विनियामक आयोग द्वारा 2014-15 सत्यापित आय-व्यय, वर्ष 2015-16 वार्षिक कार्यकलाप की समीक्षा और 2016-17 के लिए वार्षिक राजस्व की आवयकता एवं उत्पादन व संचरण पर निर्धारित की गयी याचिका पर की गयी. इसमें बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के सुभाष पटवारी, आयोग के सदस्य एससी झा और राजीव अमित सहित कई आलाधिकारी उपस्थित थे.
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