17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मोबाइल पावर बैंक ने बचायी बृजनाथी की पत्नी की जान

पटना : बृजनाथी सिंह की पत्नी वीरा देवी के सीने में भी गोली लग गयी होती, लेकिन उन्होंने जो गर्म कपड़े पहन रखे थे, उसके ऊपरी पॉकेट में स्टील का मोबाइल पावर रखा था. अपराधियों ने जब ताबड़तोड़ फायरिंग की, तो एक गोली उनके सीने में भी लगी, लेकिन पावर बैंक से टकरा गयी. इसके […]

पटना : बृजनाथी सिंह की पत्नी वीरा देवी के सीने में भी गोली लग गयी होती, लेकिन उन्होंने जो गर्म कपड़े पहन रखे थे, उसके ऊपरी पॉकेट में स्टील का मोबाइल पावर रखा था. अपराधियों ने जब ताबड़तोड़ फायरिंग की, तो एक गोली उनके सीने में भी लगी, लेकिन पावर बैंक से टकरा गयी.
इसके कारण उनकी जान बच गयी. अगर पावर बैंक नहीं होता, तो वीरा देवी की भी जान जा सकती थी. उधर बृजनाथी के भाई की पत्नी पूजा को लगी गोली को डॉक्टरों ने निकालदिया है और स्थिति धीरे-धीरे बेहतर हो रही है.
बीच में होने के कारण बची गोलू की जान
प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी का बेटा गोलू वीरा सिंह व पूजा देवी के बीच में बैठा था. अपराधियों ने एक साइड से फायरिंग की, तो दो गोली पूजा देवी और एक गोली वीरा सिंह को लगी. पूजा देवी जहां घायल हो गयी, लेकिन मोबाइल पावर बैंक के कारण वीरा सिंह को गोली नहीं लगी.
वहीं बीच में होने के कारण गोलू बच गया और उसे भी गोली नहीं लगी. इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराधी पूरे परिवार का सफाया करना चाहते थे और उन लोगों के पास पल-पल की खबर आ रही थी. जिस जगह पर घटना हुई है, वहां काफी ढलान है और भीड़ रहती है, इसलिए गाड़ी को धीरे करना मजबूरी है. बृजनाथी सिंह को 16 गोली लगी थी. पोस्टमार्टम के दौरान इस बात की जानकारी हुई. इसके साथ ही अपराधियों ने तीन दर्जन राउंड के अासपास फायरिंग की. हालांकि पुलिस को दस खोखे ही मिले हैं. बाकी खोखे की तलाश की गयी, लेकिन वे नहीं मिले. सूत्रों का कहना है कि इस घटना को अंजाम देने में आठ से दस अपराधी शामिल थे. उनमें से पांच-छह ने एक साथ हमला किया और दो-तीन अगल-बगल में थे.
एक मिनट फायरिंग
अपराधियों ने एक मिनट से ज्यादा फायरिंग नहीं की और तुरंत ही वहां से निकल गये थे. अगर वे लोग कुछ देर और रूक जाते तो और की भी जान जा सकती थी. लेकिन, बृजनाथी सिंह की हिम्मत के कारण अपराधियों ने वहां रूकना मुनासिब नहीं समझा और गोली मारने के बाद तुरंत ही निकल गये. सामने से पहले फायरिंग की घटना होते ही चालक व अंगरक्षक तो वहां से निकल गये, लेकिन गोली लगने के बाद भी बृजनाथी ने नीचे उतर कर एक को पकड़ने का प्रयास किया और इससे अपराधियों में हड़कंप मचा. इसके बाद बृजनाथी को मौत के घाट उतारने के बाद सीधे निकल गये.
सीबीआइ से हो जांच
बृजनाथी सिंह का अंतिम संस्कार राघोपुर में गंगा नदी के किनारे कर दिया गया. इस दौरान जनसैलाब उमड़ रहा था. करीब तीन बजे उन्हें घर से गंगा किनारे घाट पर ले जाया गया. उनके बड़े बेटे राकेश रोशन ने मुखाग्नि दी. वहीं बृजनाथी सिंह के बेटे व इंजीनियर राकेश रोशन ने इस घटनाकांड की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है. उसने भी यह आशंका जतायी है कि इस घटना का साजिशकर्ता कोई दूसरा है, जिसने परदे के पीछे रह कर उनके पिता की हत्या करवायी है. सीबीआइ जांच के बाद सारी बातों का खुलासा हो जायेगा

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें