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मंत्री नहीं आये, तो रिक्शाचालक से करा दिया कन्वेंशन का उद्घाटन
पटना : लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि होती है. भले ही मंत्री सत्ता के शीर्ष पर क्यों न बैठे हो. इसका नायाब उदाहरण शनिवार को जदयू के श्रमिक प्रकोष्ठ की बैठक में देखने को मिला. दारोगा राय पथ स्थित पटेल सेवा संघ में ‘श्रमिक संगठन’ विषय पर दो दिवसीय कन्वेंशन का आयोजन किया गया है. […]
पटना : लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि होती है. भले ही मंत्री सत्ता के शीर्ष पर क्यों न बैठे हो. इसका नायाब उदाहरण शनिवार को जदयू के श्रमिक प्रकोष्ठ की बैठक में देखने को मिला. दारोगा राय पथ स्थित पटेल सेवा संघ में ‘श्रमिक संगठन’ विषय पर दो दिवसीय कन्वेंशन का आयोजन किया गया है. इसका उद्घाटन ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार को करना था.
कार्यक्रम का समय निर्धारित था सुबह 10 बजे का, लेकिन आयोजकों ने मंत्रीजी का इंतजार दोपहर 2:30 बजे तक किया. आयोजकों के अनुसार, इस बीच उनसे लगातार संपर्क किया जाता रहा, लेकिन वे हर बार यही कहते रहे कि ‘थोड़ी देर में आते हैं’. परंतु जब दोपहर तक मंत्री नहीं आये, तो श्रमिक प्रकोष्ठ ने इसका उद्घाटन श्रमिकों से कराने की सोची.
इन्होंने रिक्शा चलाने वाले मदन पासवान तथा मनोज पासवान को बुलाया और इसका उद्घाटन संयुक्त रूप से करा दिया. इसके साथ ही इस कार्यक्रम का पूरा स्वरूप बदल गया. किसी राजनीतिक प्रकोष्ठ के कार्यक्रम में जहां उद्घाटनकर्ता हमेशा कोई न कोई माननीय ही होते हैं, वहीं इसमें फटे हाल और मैले-कुचैले कपड़ों में लिपटे दो श्रमिकों के मेहनतकश हाथों से दीप प्रज्जवलित कराया गया.
अचानक मिले इस सम्मान से दोनों रिक्शा चालक पूरी तरह से हतप्रभ थे. इस दौरान जदयू के कई नेता और अन्य माननीय लोग भी मौजूद थे. सभी इस पहल की यह कह कर सराहना कर रहे थे कि श्रमिक प्रकोष्ठ केकार्यक्रम का उद्घाटन किसी श्रमिक से ही कराया गया, यही सही मायने में उनके प्रति सच्ची सहानुभूति है. उनकी संवेदनाओं को छूने की कोशिश है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बिंदेश्वरी सिंह ने कहा कि असंगठित मजदूरों पर लग रहे शुल्क को हटाने की मांग करने, श्रमिक आयोग की स्थापना, श्रमिकों को हर स्तर पर सुरक्षा देने समेत अन्य प्रमुख बातों की मांग की. साथ ही सीएम नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति का स्वागत किया. इस दौरान राज्य सरकार की श्रमिक हितों के लिए चलायी जा रही योजनाओं को उन तक पहुंचाने पर बल दिया गया.
जदयू अभियान समिति के संयोजक सतीश कुमार ने इस कन्वेंशन को जिला और प्रखंड स्तर पर व्यापक रूप से चलाने का सुझाव दिया. बिहार राज्य महादलित आयोग के अध्यक्ष हुलेश मांझी ने कहा कि श्रमिकों को संगठित होकर चलना होगा.
इस कार्यक्रम को जदयू प्रदेश प्रवक्ता डॉ. निहोरा यादव, पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, रामचंद्र प्रसाद, वीवी सिंह, प्रो. शिव शंकर सिंह, डॉ. योगेन्द्र वर्मा, अरूण मेहता, राजीव कुमार समेत अन्य ने भी संबोधित किया. संचालन रविन्द्र कुमार सिंह ने किया.
फुरसत नहीं मिली. सरकार के व्यस्तम कार्यक्रम में फंसा हुआ था, शाम पांच बजे जाकर फ्री हो पाया. जहां तक रिक्शा चालक से कार्यक्रम का उद्घाटन कराने का संबंध है, तो श्रमिक प्रकोष्ठ के कार्यक्रम का उद्घाटन किसी श्रमिक ने किया है, यह बेहद प्रसन्नता की बात है. ऐसे भी मैं किसी कार्यक्रम
में अपना समय देता हूं, तो यह बता देता हूं कि विधायिकी कार्य से फुर्सत मिलने पर ही इसमें आ सकूंगा.
श्रवण कुमार
(मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग)
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