इस दौरान यहां सर्जिकल की कुल 18 दवाओं को पकड़ा गया. यहां 5 रुपये में मिलनेवाला एक इंजेक्शन 25 रुपये और 25 रुपये की दवा 150 रुपये में मरीजों को बेचने का काम किया जा रहा है. ड्रग विभाग के इंस्पेक्टर सच्चितानंद प्रसाद ने बताया कि कई ऐसी भी दवा पकड़ी गयी. जिसमें सील पैक को हटा कर नकली रेट का सील लगा दिया गया था. उन्होंने बताया कि विभाग ने रिपोर्ट तैयार कर क्लिनिक को सील कर दिया है. हालात यह है कि दवा व्यवसाय करनेवाले लोग एक-दूसरे से छापेमारी का लोकेशन ले रहे हैं, लेकिन छापेमारी की रणनीति इस तरह से तैयार की जा रही है कि टीम को खुद जगह पर पहुंच कर मालूम होता है कि उनको इस अस्पताल या दुकान में छापेमारी करनी है. छापेमारी की मॉनीटरिंग स्वास्थ्य विभाग व हेल्थ सोसाइटी के पदाधिकारी खुद कर रहे है.
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रूबन अस्पताल में पांच की दवा 25 रुपये में
पटना: पटना के अधिकांश अस्पतालों व सकड़ों पर संचालित हो रहे क्लिनिक डीपीसीओ के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. प्रिंट रेट से बिकनेवाली दवा को पांच-छह गुना अधिक रेट पर बेचा जा रहा है. बुधवार को एक फिर औषधि विभाग की टीम ने पाटलिपुत्र के रूबन अस्पताल में संचालित हो रहे क्लिनिक में औचक […]
पटना: पटना के अधिकांश अस्पतालों व सकड़ों पर संचालित हो रहे क्लिनिक डीपीसीओ के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. प्रिंट रेट से बिकनेवाली दवा को पांच-छह गुना अधिक रेट पर बेचा जा रहा है. बुधवार को एक फिर औषधि विभाग की टीम ने पाटलिपुत्र के रूबन अस्पताल में संचालित हो रहे क्लिनिक में औचक छापा मारा.
इस दौरान यहां सर्जिकल की कुल 18 दवाओं को पकड़ा गया. यहां 5 रुपये में मिलनेवाला एक इंजेक्शन 25 रुपये और 25 रुपये की दवा 150 रुपये में मरीजों को बेचने का काम किया जा रहा है. ड्रग विभाग के इंस्पेक्टर सच्चितानंद प्रसाद ने बताया कि कई ऐसी भी दवा पकड़ी गयी. जिसमें सील पैक को हटा कर नकली रेट का सील लगा दिया गया था. उन्होंने बताया कि विभाग ने रिपोर्ट तैयार कर क्लिनिक को सील कर दिया है. हालात यह है कि दवा व्यवसाय करनेवाले लोग एक-दूसरे से छापेमारी का लोकेशन ले रहे हैं, लेकिन छापेमारी की रणनीति इस तरह से तैयार की जा रही है कि टीम को खुद जगह पर पहुंच कर मालूम होता है कि उनको इस अस्पताल या दुकान में छापेमारी करनी है. छापेमारी की मॉनीटरिंग स्वास्थ्य विभाग व हेल्थ सोसाइटी के पदाधिकारी खुद कर रहे है.
प्रतिबंधित दवाओं की हो रही सेल
छापेमारी के दौरान बुधवार को रूबन में प्रतिबंधित व बनी रैपर की दवाएं व सूई पकड़ी गयी हैं. इंजेक्शन को
फ्रीज में नहीं रख कर खुले में बेचा जा रहा था. सूत्रों की मानें, तो छापेमारी अब भी जारी है. अधिकारियों ने बताया कि बिहार में दवा के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला स्तर पर टीम बनायी है. गलत ढंग से दवा को मंगाना तथा
एक्सपायरी दवा व गलत तिथि डाल कर बाजार में उतारनेवालों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
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