पटना : सूबे 20 लाख उपभोक्ता मुफ्त में बिजली का उपभोग कर रहे हैं. बिहार में 43 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता हैं, लेकिन बिल जमा करनेवालों की संख्या बमुश्किल 23 लाख है. बिल नहीं जमा करनेवाले ज्यादातर उपभोक्ता ग्रामीण क्षेत्र के हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ सघन अभियान चलाने का निर्णय कंपनी ने लिया है.
25 हजार का कटा कनेक्शन
बिल जमा करने की कई सुविधाएं दिये जाने के बाद भी यह स्थिति है. पहले केवल बिजली कंपनी के कार्यालयों में ही बिल जमा होता था, लेकिन अब मध्य बिहार ग्रामीण बैंक, पंचायतों में सहज वसुधा केंद्र, वेबसाइट, मोबाइल पर भी यह सुविधा प्रदान की जा चुकी है.
बिल वसूली को लेकर कंपनी द्वारा हर महीने लक्ष्य तय किया जाता था, लेकिन पूरा नहीं होता. गत माह साउथ बिहार में 200 करोड़ की वसूली का लक्ष्य था, लेकिन 188 करोड़ की ही वसूली हुई. नॉर्थ बिहार के 21 जिलों में लक्ष्य चार करोड़ 31 लाख के विरुद्ध तीन करोड़ 21 लाख की वसूली हुई.
एक लाख से अधिक बकाया होने पर डिसकनेक्शन किया जा रहा है. नॉर्थ बिहार में 7214 व साउथ बिहार में 18687 लोगों का कनेक्शन काटा गया. नॉर्थ बिहार में 13722 लोगों पर सर्टिफिकेट केस हुआ और इन पर 105 करोड़ रुपये का जुर्माना किया गया. इसमें से पांच करोड़ तीन लाख की वसूली कर ली गयी. जबकि साउथ बिहार में 10706 लोगों पर सर्टिफिकेट केस हुआ और इन पर 163 करोड़ रुपये जुर्माना हुआ.
बिल जमा करने में जमुई आगे
बिल जमा करने के मामले में जमुई जिला उदाहरण है. यहां के लोगों ने बिल से अधिक राशि जमा की है. जमुई में एचटी उपभोक्ताओं से 14 लाख बिल वसूली का लक्ष्य था, लेकिन वसूली हुई 14.3 लाख रुपये की. घरेलू उपभोक्ताओं से एक करोड़ 82 लाख बिल वसूली का लक्ष्य तय हुआ, तो दो करोड़ दो लाख की वसूली हुई. तीन माह से 111 फीसदी बिल वसूली हो रही है.
दूसरे स्थान पर शेखपुरा जिला है, जहां के 94 फीसदी लोग बिजली बिल का भुगतान कर रहे हैं. 70 फीसदी से अधिक बिल जमा करनेवाले जिलों में बांका, पटना, रोहतास, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, छपरा, मधुबनी, किशनगंज व अररिया है. शिवहर के एक चौथाई लोग भी बिल जमा नहीं कर रहे हैं.