पटना: राजा बाजार के समनपुरा से निकले ताजिया जुलूस को प्रशासन ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर जाने से यह कहते हुए रोक दिया कि आगे प्रतिबंधित क्षेत्र है, जबकि हर वर्ष ताजिया जुलूस 10 सकरुलर रोड आता था.
प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के बाद राबड़ी देवी डुमरा चौकी पहुंचीं और ताजिया जुलूस में शिरकत की. मौके पर उन्होंने हजरत इमाम हुसैन व अन्य शोहदा-ए- करबला द्वारा दी गयी कुरबानी को याद किया. उन्होंने कहा कि देश में फिरकापरस्त ताकतें माहौल को खराब करने की साजिश रच रही हैं. ऐसे वक्त में हम लोगों को उनकी कुरबानी से सीख लेनी चाहिए और ऐसी ताकतों को नेस्तनाबूत करने के लिए एकजुट होना चाहिए.
नीतीश दें जवाब
उन्होंने कहा कि बिहार की सेकुलर जमात को बांटने के लिए कई लोग घूम रहे हैं. लेकिन, जनता असली-नकली के फर्क को बखूबी समझती है. जुलूस को रोके जाने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डरते हैं. विपक्षी नेताओं के यहां प्रदर्शन करवाना होता है, तो प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने की छूट जदयू के लोगों को दे दी जाती है.
हर साल हमारे आवास पर ताजिया जुलूस आता है, तो उसे रोक दिया गया. पहले तो कभी नहीं रोका गया. आज क्यों रोक दिया गया. मुख्यमंत्री को इसका जवाब देना होगा. मौके पर पूर्व विधान पार्षद अनवर अहमद, समनपुरा मुहर्रम कमेटी के खलीफा मो समद, मो नासीर हुसैन, मो जमील, मो अंजुम, रानी खातून, नूरजहां खातून, तनूजा खातून, शमीमा खातून आदि मौजूद थे.