पटना . बख्तियारपुर के बीडीओ ने अपने प्रखंड में डीजल अनुदान वितरण अभी तक शुरू नहीं किया है. उनके पास इस मद की राशि रखी हुई थी, लेकिन उन्होंने अपनी ओर से कोई पहल नहीं की. डीएम डॉ प्रतिमा ने उन पर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की है.
इसके बाद उन पर विभागीय कार्रवाई की तलवार लटक रही है. जब समाहरणालय में डीजल अनुदान वितरण प्रक्रिया की समीक्षा की गयी, तो खुलासा हुआ. डीएम ने बताया कि डीजल अनुदान का वितरण नहीं करना आपदा प्रबंधन के प्रावधानों के अनुसार अपराध है. इस वजह से वैसे सभी लोगों पर कार्रवाई होगी, जिन्होंने गड़बड़ी की है. सभी बीडीओ काे कहा गया है कि यदि उनके पास राशि रखी हुई है, तो उसे सरेंडर कर दें और साथ में यह भी रिपोर्ट दें कि सभी किसानों को इसका वितरण कर दिया गया है.
नोडल पदाधिकारी का वेतन रुका : जिला कृषि पदाधिकारी यह ध्यान रखेंगे कि जहां पर भी वितरण बाकी है, वहां पैसा उपलब्ध कराएं, लेकिन उसके पहले उपयोगिता प्रमाणपत्र जरूर जमा ले लें. यदि जिन किसानों ने बैंक खाते का पूरा विवरण नहीं दिया है, उन्हें एकाउंट पेयी चेक उपलब्ध करा दें. 28 नवंबर तक सभी नोडल पदाधिकारी अपने प्रखंडों में बचे हुए आवेदन पर राशि का वितरण करा दें. बैठक में फतुहा, मसौढ़ी मनेर, बिहटा, बिक्रम और पंडारक के नोडल पदाधिकारी नहीं आये, उनका वेतन रोक दिया गया है.