पटना: अवैध बिल्डिंग निर्माण पर रोक, एफआइआर और विजिलेंस केस दर्ज होने के बाद भी शहर में अवैध भवनों का निर्माण जारी है. नियम कानून से बेखबर बिल्डर इमारत खड़ी कर रहे हैं. कहीं चोरी छिपे निर्माण हो रहा है,तो कहीं खुलेआम.
दृश्य एक
किदवईपुरी स्थित योगेंद्र पार्वती इंकलेव के सामने बिल्डिंग का निर्माण रात में भी हो रहा है.बाहर बड़े-बड़े करकट से घेराव किया गया है ताकि निर्माण पर नजर नहीं पड़े. बिल्डिंग का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. अब फाइनल टच दिया जा रहा है.
दृश्य दो
किदवईपुरी स्थित निलाभ अपार्टमेंट के बगल में बहुमंजिला भवन का निर्माण दिन में चल रहा है. गेट पर कुरसी लगा कर कर्मचारी बैठे हैं और अंदर फिनिशिंग का काम जारी है.
दृश्य तीन
करबिगहिया स्थित मीठापुर बस स्टैंड की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर बहुमंजिला भवन बन रहा है. भवन के निर्माण पर पहले से रोक है. ढलाई का काम पूरा हो गया है. नीचे के फ्लोर पर दुकान खुल गये हैं.
मुंशी की हो चुकी है गिरफ्तारी
किदवईपुरी योगेंद्र पार्वती इंकलेव के सामने के निर्माणाधीन बिल्डिंग का निर्माण कार्य बंद करने का निर्देश कई बार बिल्डर को मिला था. बावजूद रोक नहीं लगी है. 25 सितंबर को निगम ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के बिल्डर और उसके मुंशी पर बुद्धा कॉलोनी में एफआइआर दर्ज करायी. निर्माण स्थल से मुंशी को गिरफ्तार किया गया. इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी है.
क्या था मामला
निगम ने बिल्डर से निर्माण संबंधित विस्तृत जानकारी मांगी थी, जिसमें भूखंड का किस्म, प्लान केस संख्या, वास्तुविद का नाम, सक्षम प्राधिकार द्वारा पारित नक्शे की प्रति,प्लानिंग रिपोर्ट, आवासीय अथवा वाणिज्यिक उपयोग एवं ऊंचाई से संबंधित सूचना मांगी गयी थी, लेकिन किसी तरह का कोई कागज जमा नहीं हुआ. इस कारण निर्माण पर रोक लगा दी गयी.