पटना: छठ में कई घाटों पर बिना निरीक्षण किये ही उसका प्राक्कलन तैयार कर दिया गया. घाट तक पहुंच पथ के निर्माण में भी लापरवाही बरती गयी. यहीं नहीं कार्यपालक अभियंता ने वरीय पदाधिकारी को अंधेरे में रख कर सही वस्तु स्थिति से अवगत नहीं कराया.
इसका खामियाजा यह उठाना पड़ा कि पहलवान घाट से नदी की मुख्य धारा तक चार पहिये वाहन नहीं जा सके और उसके पहले जिलाधिकारी का वाहन छह नवंबर को दलदल में फंस गया. कार्य में लापरवाही को लेकर नगर आयुक्त कुलदीप नारायण ने नूतन राजधानी उतरी के कार्यपालक अभियंता अविनाश कुमार सिंह से तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है और कहा है कि क्यों नहीं आपके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाये.
नहीं किया स्थल का भ्रमण : कार्यपालक अभियंता ने सात नवंबर तक मीनार घाट से महेंद्रू स्टीमर घाट तक आवंटित कोई भी कार्य पूरा नहीं किया गया. जबकि इस अवधि तक कार्य पूरा करना था. पहलवान एवं बांस घाट पर चार पहिये वाले वाहनों को घाट के नजदीक पहुंचाने की व्यवस्था के लिए पहुंच पथ का निर्माण ससमय पूर्ण कराने के लिए करीब दस दिन पूर्व सुनिश्चित किया गया था कि उक्त कार्य एक सप्ताह के अंदर कर लिया जायेगा. पांच नवंबर को नगर आयुक्त ने निरीक्षण के क्रम में पाया कि उक्त तारीख के पहले किसी भी अभियंता द्वारा स्थल का भ्रमण नहीं किया गया और सभी प्रकार के प्राक्कलन कार्यालय में बैठ कर तैयार किया गया.