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नीतीश बोले : राज्य में चलेगा कानून का राज
पटना : कार्यवाहक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को सरकार बनाने के राज्यपाल के न्योते के बाद कहा कि राज्य में कानून का राज चला है और आगे भी चलेगा. न्याय के साथ विकास होगा. चुनाव से पहले सात निश्चय पारित हुआ था. महागंठबंधन के साथ तय साझा कार्यक्रम के अनुसार काम होगा. उस पर […]
पटना : कार्यवाहक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को सरकार बनाने के राज्यपाल के न्योते के बाद कहा कि राज्य में कानून का राज चला है और आगे भी चलेगा. न्याय के साथ विकास होगा. चुनाव से पहले सात निश्चय पारित हुआ था. महागंठबंधन के साथ तय साझा कार्यक्रम के अनुसार काम होगा. उस पर पूरा खरा उतरेंगे.
शनिवार को महागंठबंधन की बैठक में नीतीश कुमार को नेता चुने जाने के बाद उन्होेंने सरकार बनाने का दावा पेश किया. विधायकों की संख्या बल को देखते हुए राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया. राज्यपाल से 45 मिनट मुलाकात के बाद राजभवन से बाहर निकलने पर नीतीश ने बताया कि राज्यपाल की ओर से सरकार बनाने का आमंत्रणपत्र मिला है.
20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में दोपहर दो बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा. मंत्रिमंडल में जदयू, राजद और कांग्रेस के नेता शामिल होंगे. मंत्रिमंडल का आकार तय है. समय पर उसका एलान कर दिया जायेगा. नीतीश ने कहा कि शनिवार को ही जदयू और उसके बाद महागंठबंधन के विधानमंडल दल की बैठक हुई. इसमें उन्हें सर्वसम्मति से ग्रहण समारोह का आयोजन होगा. मंत्रिमंडल में जदयू, राजद और कांग्रेस के नेता शामिल होंगे. मंत्रिमंडल का आकार तय है. समय पर उसका एलान कर दिया जायेगा.
नीतीश ने कहा कि शनिवार को ही जदयू और उसके बाद महागंठबंधन के विधानमंडल दल की बैठक हुई. इसमें उन्हें सर्वसम्मति से नेता चुना गया. बैठक की अध्यक्षता जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने की. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा. इसका समर्थन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव सह बिहार प्रभारी सीपी जीेशी ने किया. नीतीश ने कहा कि महागंठबंधन जिस तरह एकजुट होकर चुनाव लड़ा उसी तरह अब एक जुट होकर हमलोग सरकार चलायेंगे.
चुनाव से पहले ही साझा कार्यक्रम तय किया था उस पर अमल करेंगे. चुनाव में जनता ने निर्णायक बहुमत दिया है. महागंठबंधन को तीन चौथाई बहुमत मिला है. जनता की जो अपेक्षा है उस पर बुलंदी के साथ काम करेंगे. काम को ही बिहार की जनता ने अपनी सहमति दी है. बिहार विकास के रास्ते पर चलेगा. सद्भाव व भाईचारा कायम रहेगा. हर तबके के लोगों के कल्याण व विकास का काम होगा. बिना किसी भेद भाव के काम करेंगे. नीतीश ने फिर दोहराया कि चुनाव के दौरान जो बातें हुई हैं उससे वे विपक्ष का मजाक नहीं उड़ाते.
वे विपक्ष का सहयोग चाहते हैं. बिहार के विकास में सबका सहयोग होना चाहिए. उन्होंने कहा कि 20 नवंबर शुक्रवार को गांधी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में महागंठबंधन के नेताओं के साथ-साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्री समेत देश भर के विभिन्न पार्टियों के नेता भी शामिल होंगे. मोदी व आडवाणी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रण के सवाल को वे टाल गये. उन्होंने कहा कि अभी तो न्योता मिला है. इसके बाद इन चीजों पर तय होगा.
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