पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सीरियल बम ब्लास्ट मामले में नया खुलासा करते हुए कहा है कि विस्फोट के दिन जब पटना जंक्शन पर एक आतंकी इम्तियाज पकड़ा गया तो रेल पुलिस निरीक्षक ने उससे बम के वैध कागजात मांगे.
रेल पुलिस निरीक्षक द्बारा दर्ज प्राथमिकी को हास्यास्पद बताते हुए सुशील मोदी ने सवाल उठाया है कि क्या बिहार सरकार आतंकियों को बम के लिए कोई परमिट जारी करती है कि पुलिस अधिकारी उससे बम के कागजात की मांग कर रहा है. उन्होनें आतंकी इम्त्यिाज गिरफ्तारी पर राजकीय रेल पुलिस एवं रेलवे सुरक्षा बल के बीच जारी विवाद की जांच आइजी स्तर के अधिकारियों से कराने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि पटना जीआरपी ने आतंकी को पकड़े जाने की घोषणा करते हुए तुरंत 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा कर दी गयी, जबकि आरपीएफ द्वारा इस गिरफ्तारी में जीआरपी के दावे को झूठा करार दिया गया है. ऐसे गंभीर मामले में पुलिस का इस तरह का रवैया उचित नहीं है. पुलिस की इस लापरवाही से जांच प्रभावित होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.