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खुद माहौल गंदा कर नसीहत दे रहे पीएम : वशिष्ठ
भाजपा को बिहार के नेताओं पर नहीं है भरोसा, तभी पीएम, राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत 26 मंत्री जुटे हैं चुनाव प्रचार में पटना : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में माहौल को जितना गंदा किया जा रहा है, उतना पहले कभी नहीं हुआ. इसके दोषी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र […]
भाजपा को बिहार के नेताओं पर नहीं है भरोसा, तभी पीएम, राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत 26 मंत्री जुटे हैं चुनाव प्रचार में
पटना : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में माहौल को जितना गंदा किया जा रहा है, उतना पहले कभी नहीं हुआ. इसके दोषी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.
प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए वे ऐसी मर्यादाहीन भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं वैसी किसी भी अन्य प्रधानमंत्री ने कभी नहीं किया. पहले उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाया, वहीं अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को शैतान कहना शुरू कर दिया है, जबकि लालू प्रसाद ने इसका खंडन कर दिया है. माहौल को प्रधानमंत्री खुद गंदा कर रहे हैं और दूसरों को मर्यादित होकर बयानबाजी करने को कह रहे हैं. वशिष्ठ नारायण सिंह ने प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के मंत्रियों के ताबड़तोड़ चुनावी सभाओं पर भी चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को अपने बिहार के नेताओं पर भरोसा नहीं है. तभी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत करीब 26 केंद्रीय मंत्री लगातार चुनाव सभाएं कर रहे हैं. भाजपा के सामने हार का खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने कहा कि जब से साफ हो गया है कि भाजपा यह चुनाव हारने वाली है, तो ये लोग बिहार में माहौल बिगाड़ने का भी प्रयास कर रहे हैं.
समाज में इनकी ओर से लगातार अलगाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है. इस चुनाव में प्रधानमंत्री को ओबीसी और राज्यपाल को दलित वर्ग का बता कर उन्होंने जातीय कार्ड भी खेलने की कोशिश की, लेकिन आरएसएस प्रमुख ने आरक्षण पर बयान देकर दलितों व पिछड़ों के बारे में अपनी मूल सोच को उजागर कर दिया. जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एक साख रणनीति के तहत प्रधानमंत्री समेत लगभग सभी भाजपा नेता लालू प्रसाद पर हमला करते हुए जंगलराज का डर दिखलाते हैं. ऐसा करने से एक खास जाति को अपराधी करार देना चाहते हैं.
उनका मंसूबा कभी पूरा नहीं होगा. प्रधानमंत्री बिहार में कानून व्यवस्था पर ऊंगली उठाते हैं, लेकिन उनके गृह प्रदेश गुजरात की ज्यादा चिंता करनी चाहिए, क्योंकि वहां चुनाव आयोग ने कानून व्यवस्था की स्थिति सही नहीं होने कारण स्थानीय निकायों के चुनाव फिलहाल कराने से मना कर दिया है.
भाजपा में पुराने लोगों की अहमियत नहीं : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने पुराने लोगों की अहमियत नहीं रह गयी है. भाजपा की बिहार में इमारत खड़ा करने वाले स्व. कैलाशपति मिश्र की पुत्रवधु का भाजपा ने टिकट काट दिया, उससे वे आहत हुई हैं. भाजपा में को स्व. कैलाशपति मिश्र, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी ने खड़ा किया, लेकिन आज उन्हें ही नजर अंदाज किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि टिकट बंटवारे में जिस प्रकार भाजपा में बवाल मचा है, कई लोगों ने इसका विरोध किया वह जग जाहिर है. भाजपा के कई लोग जो उपेक्षित हैं वह भी जदयू का राह पकड़ने को तैयार हैं.
दिलमणि देवी के जदयू में आने से शाहाबाद क्षेत्र समेत भाजपा के असंतुष्ट नेताओं को भी बल मिलेगा. इस मौके पर विधान पार्षद प्रो. रणवीर नंदन, संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, प्रवक्ता डा. अजय आलोक, प्रवक्ता घनश्याम तिवारी, प्रदेश महासचिव डा. नवीन कुमार आर्य, युवा जदयू के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह सेतु, दिलमणि देवी के पुत्र संतोष मिश्र समेत अन्य मौजूद थे.
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