पटना: भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जातिवाद और आरक्षण के मुद्दे पर लालृ प्रसाद व नीतीश कुमार पर जमकर बरसे.श्री मोदी ने कहा है कि चुनाव प्रचार के दौरान में लालू प्रसाद जहां जातिवाद का नंगा नाच कर रहे हैं, वहीं नीतीश कुमार आरक्षण के मुद्दे पर झूठा प्रचार कर […]
पटना: भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जातिवाद और आरक्षण के मुद्दे पर लालृ प्रसाद व नीतीश कुमार पर जमकर बरसे.श्री मोदी ने कहा है कि चुनाव प्रचार के दौरान में लालू प्रसाद जहां जातिवाद का नंगा नाच कर रहे हैं, वहीं नीतीश कुमार आरक्षण के मुद्दे पर झूठा प्रचार कर जनता को भ्रमित कर रहे हैं. सत्ता के लिए समाज को बांटने और विद्वेष फैलाने की इन दोनों के नापाक मंसूबों को नेस्तनाबूद कर बिहार की जनता विकास के लिए वोट देगी. इस बार अगड़ों-पिछड़ों की लड़ाई नहीं, बल्कि समृद्ध् और विकसित बिहार की लड़ाई है.
देश के अन्य विकसित राज्यों की पंक्ति में बिहार को शुमार कराने की लड़ाई है. लालू यादव और नीतीश कुमार हताशा में अगड़े-पिछड़े और आरक्षण के मुद्दे को हवा देने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा है कि क्या यह सच नहीं है कि कांग्रेस और लालू प्रसाद ने ही बिहार में 17 साल तक पंचायत चुनाव नहीं होने दिया और जब 2003 में पंचायत चुनाव हुए भी, तब संवैधानिक प्रावधान के बावजूद दलितों-पिछड़ों को आरक्षण नहीं दिया. दलितों-पिछड़ों को वोट बैंक बनाकर रखने के लिए कभी उन्हें इतनी ताकत नहीं दी कि वे आरक्षण का समुचित लाभ उठा सके. लालू प्रसाद के राज में ही दलितों-पिछड़ों पर सर्वाधिक अत्याचार हुए.
दलितों-पिछड़ों की हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाएगी
श्री मोदी ने कहा कि राज्य में भाजपा की भागीदारी वाली एनडीए सरकार ने पंचायतों और नगर निकायों में अतिपिछड़ों को 20 फीसदी, अनुसूचित जाति-जनजाति को 17 फीसदी और महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देकर ऐतिहासिक पहल की. इससे पहले 1977 में जनसंघ के पूरजोर समर्थन से ही कर्पूरी ठाकुर की सरकार में बिहार के पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था. इस बार बिहार में राजग की सरकार बनने पर सामाजिक सशक्तीकरण के साथ ही आर्थिक विकास में भी दलितों-पिछड़ों की हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाएगी.
उन्होंने कहा कि भाजपा का स्पष्ट मत है कि देश में जब तक सामाजिक गैरबराबरी रहेगी, तब तक आरक्षण लागू रहेगा. भाजपा शासित राजस्थान में आरक्षण का कोटा 50 से बढ़ा कर 69 प्रतिशत कर दिया गया है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कभी नहीं कहा कि आरक्षण समाप्त कर दिया जायेगा. आरक्षण के मुद्दे पर बोलने का लालू प्रसाद को कोई हक नहीं है. आज भाजपा के साथ मंडल और कमंडल दोनों हैं. दलित, महादलित और अतिपिछड़ा समुदाय को आरक्षण से वंचित रख कर उनका राजनीतिक षोषण करने वाले लालू प्रसाद और उनसे हाथ मिला कर महादलित समुदाय का अपमान करने वाले नीतीश कुमार को इस समुदाय के लोग कभी वोट नहीं देंगे.