अपनी राजनीति साधने के लिए बयान देने में माहिर हैं मोदी
पटना : किसी एक राज्य का जितना बजट होता है, उतना खर्च बिहार में भाजपा अपने चुनाव प्रचार पर कर रही है. चुनाव प्रचार पर इस बार बिहार में भाजपा 30 करोड़ रुपये खर्च कर रही है. भाजपा पर उक्त आरोप मंगलवार को जदयू प्रवक्ता सह विधान पार्षद संजय सिंह ने लगाया है.
उन्होंने कहा है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी को बताना चाहिए कि भाजपा बिहार में अपने चुनाव-प्रचार पर कितना खर्च कर रही है. जदयू से चुनाव प्रचार का हिसाब मांगने से पहले उन्हें अपनी पार्टी के चुनाव-प्रचार खर्च का ब्योरा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जदयू एक लोकतांत्रिक पार्टी है. वह खर्च का हिसाब-किताब देगी, किंतु भाजपा क्यों नहीं दे रही हिसाब? जिस दिन भाजपा अपने चुनाव प्रचार का लेखा-जोखा पेश कर देगी, उसी दिन जदयू भी हिसाब-किताब जनता के सामने रख देगी. सुशील मोदी का बयान अपनी राजनीति साधने के लिए दिया गया बयान है. वे बिहार के विकास के मुद्दे पर बात करने से परहेज करते रहे हैं.
उन्होंने पूछा है कि आखिर किस हैसियत से सुशील मोदी जदयू से हिसाब मांग रहे हैं? सच तो यह है कि बिहार चुनाव के प्रचार अभियान में भाजपा के पिछड़ जाने के बाद तिलमिलाहट में वे इस तरह के बयान देने लगे हैं. अपनी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मिले टास्क को तो वे पूरा नहीं कर पाये, अब वे अपनी भड़ास जदयू पर निकाल रहे हैं.
भाजपा में चुनाव-प्रचार को ले कर उनकी राय तक नहीं ली जा रही है, ऐसे में उनका हताश होना लाजमी है. बिहार भाजपा के चुनाव प्रचार की कमान आज गुजरात भाजाप के नेताओं ने ले ली है.