अगर इसके बाद सीट खाली रह जाती थी तो अगला समव्यवहार होता था. इस प्रक्रिया में अनावश्यक देरी होती थी. इसलिए कैंप के जरिये सीधे नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया को शिक्षा विभाग लागू करना चाहता था. नियोजन इकाई के कुल पदों से 10 गुणा अभ्यर्थियों की मेधा सूची तैयार की जायेगी और कैंप में वरीयता के आधार पर सभी का नाम पुकारा जायेगा. इससे जो पद होंगे अधिकांश पद भरे जा सकेंगे.
इसके साथ-साथ दक्षता परीक्षा में अब तक दो बार फेल करने वाले शिक्षकों की सेवा समाप्त करने का प्रावधान था, लेकिन नियमावली में संशोधन होने से ऐसे शिक्षकों को एक और मौका मिल सकेगा. इससे करीब 2934 शिक्षकों को लाभ मिल जायेगा, जो दक्षता परीक्षा में दो बार फेल कर गये थे. वहीं, अप्रशिक्षित नियोजित शिक्षकों को सवैतनिक प्रशिक्षण का लाभ भी दिया जायेगा. इस साल बीएड कॉलेजों में जो भी अप्रशिक्षित नियोजित शिक्षक नामांकन ले लिये होंगे वे प्रशिक्षण तो ले ही सकेंगे, हर महीने उन्हें वेतन भी दिया जायेगा. राज्य के बाहर के बीएड कॉलेजों में नामांकन लेने वाले शिक्षकों को भी इसका लाभ दिया जायेगा. वर्तमान में हाइ स्कूलों में करीब पांच हजार ऐसे शिक्षक हैं जो अनट्रेंड हैं, जबकि प्रारंभिक स्कूलों में 76 हजार शिक्षक अप्रशिक्षित हैं.