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गंगा में डूबे तीन बच्चे
हादसा : बगैर जानकारी दिये बच्चे चले गये थे गंगा नहाने बख्तियारपुर : प्रखंड के रवाइच गंगा घाट पर स्नान करने के दौरान तीन बच्चे गंगा की तेज धारा में बह गये. वहीं गंगा में डूब रहे चौथे बच्चे को घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बचा लिया. डूबने वालों में दो किशोरियां मनिता व रीना […]
हादसा : बगैर जानकारी दिये बच्चे चले गये थे गंगा नहाने
बख्तियारपुर : प्रखंड के रवाइच गंगा घाट पर स्नान करने के दौरान तीन बच्चे गंगा की तेज धारा में बह गये. वहीं गंगा में डूब रहे चौथे बच्चे को घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बचा लिया. डूबने वालों में दो किशोरियां मनिता व रीना तथा किशोर धर्मजीत शामिल हैं. दाेनों किशोरियां नया टोला बरियारपुर की हैं, जबकि किशोर काला दियारा का रहनेवाला है. वहीं एक किशोरी को लोगों ने बचाया. घटना सोमवार की दोपहर की है. हालांकि देर शाम तक किसी का भी शव नहीं मिल सका है.
घटना की सूचना मिलते ही एएसपी मनोज कुमार तिवारी समेत प्रभारी थानाध्यक्ष अजय कुमार घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने जायजा लेने के साथ ही गोताखोरों को बुलाने का निर्देश दिया. मंगलवार को बच्चों की तलाश की जायेगी. घटना के बाद से पूरे गांव में मातम पसर गया है. उूबने वाले बच्चों के माता-पिता के साथ पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर गहरा शोक जताया है. सीएमने निर्देश दिया है कि मृतक बच्चों के परिजनों को तुरंत राहत मुहैया करायी जाये.
बार-बार बेहोश हो जा रही है गीता
जानकारी के अनुसार सोमवार की दोपहर में नया टोला के कुछ बच्चे गंगा स्नान के लिए रवाइच घाट पर गये. स्नान के दौरान चार बच्चे गहरे पानी में चले गये. इसमें नरेश राय की पुत्री मनिता कुमारी (12 वर्ष) व श्रीकांत राय की 14 वर्षीया पुत्री रीना कुमारी व ननिहाल आये काला दियारा निवासी सुबोध राय के पुत्र धर्मजीत राय (12 वर्ष) गंगा की तेज धारा में बह गये.
ग्रामीणों के अनुसार मनिता की सगी बहन गीता को मौके पर मौजूद लोगों ने बचा लिया. अपनी सगी बहन को आंखों के सामने डूबते देखने वाली गीता काफी भयभीत व दहशत में है. वह बार-बार बेहोश हो जा रही है.
राखी बंधवाने आया था धर्मजीत
जानकारी के अनुसार गंगा में डूबे काला दियारा निवासी धर्मजीत राय अपने मामा की लड़की से राखी बंधवाने के लिए नया टोला बरियारपुर आया था. मृतक के परिजनों ने बताया कि बच्चे घर में जानकारी दिये बगैर ही स्नान के लिए गंगाघाट चले गये थे.
बच्चों के डूबने की खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी और गंगाघाट पर हजारों की भीड़ इकट्ठा हो गयी. क्षेत्र के दर्जन भर नावों से ग्रामीणों ने बच्चों के शव को ढूंढने का अथक प्रयास किया, लेकिन देर शाम तक शव नहीं मिल पाया है.
बालू व मिट्टी की कटाई बन गये हैं गड्ढे
ग्रामीणों की मानें तो गंगा में बार-बार डूबने की घटना का कारण बेतरतीब व अवैध रूप से मिट्टी व बालू की कटाई बताया जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि खनन विभाग के रोक के बावजूद अवैध ढंग से की गयी मिट्टी की कटाई के कारण गंगा घाटों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं, जो दुर्घटना का कारण बन रहा है. घटना को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है.
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